धैर्यकंथा... धीरज ही तेरी गुदड़ी...
तेरी कंथा है...
अपने हाथ से कोई भी बात या कोई भी घटना... सब प्रयत्नों के बाद भी कोई चारा ना रहे... तो साधक को चाहिए
धैर्य रखकर बैठ जाए...
चिंतन और संवाद
मोरारी बापू : धैर्यकंथा...
- 31 Dec 2019
धैर्यकंथा... धीरज ही तेरी गुदड़ी...
तेरी कंथा है...
अपने हाथ से कोई भी बात या कोई भी घटना... सब प्रयत्नों के बाद भी कोई चारा ना रहे... तो साधक को चाहिए
धैर्य रखकर बैठ जाए...
© 2019, डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट | सर्वाधिकार सुरक्षित