Highlights

दिल्ली

बाप आतंकियों की तरह बेटियों पर कर रहा था वार, चीखें सुन पहुंचे पड़ोसी

  • 22 Jul 2022

नई दिल्ली। सुबह के करीब 6.45 बजे थे, अचानक दीपसेन के मकान से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। पड़ोसियों के लिए यह बिल्कुल आम था, लेकिन बृहस्पतिवार को कुछ ज्यादा ही शोर-शराबा आ रहा था। दीपसेन की पत्नी और बेटियां चिल्ला-चिल्लाकर मदद की गुहार लगा रही थीं। पड़ोसी विनोद कुमार (52) मदद को पहुंचे तो देखा दरवाजा अंदर से बंद था। जोर-जोर से दरवाजा खटखटाने पर तनु ने दरवाजा खोल दिया। विनोद अंदर घुसे तो देखा कि दीपसेन कांच के टुकड़े से पत्नी का गला रेतने वाला है।
फौरन उन्होंने उसे धक्का दिया और तीन-चार थप्पड़ उसे मार दिए। बाकी लोग भी आ गए तो दीपसेन वहां से भाग गया। अंदर के हालात देखकर पड़ोसियों के होश उड़ गए। खून से लथपथ अनु अचेत हो चुकी थी। काजल के पेट से खून बह रहा था। तनु और संगीता भी दर्द से छटपटा रही थीं। इसी दौरान संगीता का भाई व देवर भी वहां पहुंच गए। सभी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
पड़ोसी महिला कमलेश कुमारी ने बताया कि दीपसेन और संगीता के बीच लगभग रोजाना ही किसी ने किसी बात पर झगड़ा होता था। दीपसेन पड़ोसियों से भी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा कर लिया करता था। इससे पहले भी दीपसेन एक बार संगीता का गला घोंटने का प्रयास कर चुका था। किसी को यह पता नहीं था कि वह पूरे परिवार पर इस तरह हमला कर सकता है।
एक परिजन ने बताया कि काफी समय तक दीपसेन का परिवार शाहदरा में रहता था। वहां आरोपी बाइक रिपेयरिंग का काम करता था। इसके अलावा कई बार वह ऑटो भी चला लिया करता था। बाद में परिवार जौहरीपुर शिफ्ट हो गया। पिछले करीब छह साल से दीपसेन कोई काम धंधा नहीं करता था। बड़ी बेटी काजल पहले ट्यूशन पढ़ाकर घर का खर्चा चला रही थी, अभी कुछ दिनों पूर्व उसकी एक निजी बैंक में नौकरी लग गई थी। काजल ही घर का खर्चा चलाने के अलावा बहनों को पढ़ा भी रही थी। दीपसेन पत्नी व बेटी से पैसे लेकर ही शराब पीता था।
साभार अमर उजाला