बोरी में भरकर लाए थे गांजा, तीन पकड़ाए
इंदौर। तेजाजी नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तीन गिलो गांजे के साथ तीन आरोपियों को दबोचा है। टीआई आरडी कानवा के अनुसार बुधवरा को मुखबिर से मिली कि तीन युवक शिव रेसीडेन्सी कालोनी में खाली प्लाट पर बाइक के साथ एक बोरी में गांजा रखकर बैठे हैं। इस पर थाने की टीम ने घेराबन्दी कर तीनों को पकड़ लिया। आरोपियों ने अपने नाम सुखलाल पिता पूनमसिंह मोर्य (38) नि. दाबड थाना धरमपुरी जिला धार, वासु पिता राजेन्द्र जगताप (23) नि. मुसाखेडी और सुजीत कुमार पिता संजीव कुमार (27)नि. असरावदखुर्द बताया। विधिवत तलाशी लेने पर बाइक पर रखी प्लास्टिक की बोरी में गांजा होना पाया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे उक्त गांजा खरीदने वालों का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 किलो 100 ग्राम गांजा और एक लाख रुपए कीमत की बाइक जब्त कर ली। आरोपियों से तस्करी में शामिल अन्य लोगो के संबंध में पूछताछ की जा रही हैं ।
जहरीली शराब बरामद
इंदौर। परदेशीपुरा पुलिस ने सर्वहारा नगर से एक युवक को जहरीली शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से नीला थोथा और यूरिया भी बरामद हुआ है। टीआई पंकज द्विवेदी के अनुसार ईलाका भ्रमण के दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली कि सुगनीदेवी कालेज ग्राउण्ड में एक युवक केन में शराब लेकर खड़ा है। इस पर टीम मौके पर पहुंची, पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगा जिसे घेराबन्दी कर पकडा गया। तलाशी लेने पर उसके पास एक सफेद केन में 5 लीटर जहरीली मटमैले रंग की शराब भरी मिली। साथ ही पेंट की जेब में 100 ग्राम नीला थोथा एवं 100 ग्राम यूरिया खाद मिली, जिससे वह शराब बनाने का संदेह होने पर पकड़ा गया। आरोपी का नाम लोकेश उर्फ रिंकू पिता प्रहलाद सेन (36) नि. नंदानगर बताया गया। पुलिस उससे और पूछताछ कर रही है।
दहेज में 7 लाख रुपए के लिए सताया, गर्भस्थ शिशु को मारने की कोशिश का आरेप
इंदौर। एक नवविवाहिता की शिकायत पर पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज यातना का केस दर्ज किया गया है। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि पति ने उसके कारोबारी पिता से 7 लाख रु. मांगे थे, इतना ही नहीं आरोप है कि वह गर्भवती हुई तो गर्भ गिराने के लिए भी दबाव बनाया।
महिला थाना प्रभारी ज्योति शर्मा ने फरियादी पायल निवासी त्रिवेणी कॉलोनी की शिकायत पर उसके पति सागर, सास आरती, ससुर शंकर और मामा ससुर प्रकाश चुगवानी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीडि़ता ने बताया कि शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले उससे 7 लाख रु. की मांग करने लगे। पीडि़ता के पिता जेलरोड पर मोबाइल एसेसरीज का कारोबार करते हैं। ससुराल वालों ने उस पर दबाव बनाया कि पिता से पैसा लेकर पति का कारोबार शुरू करवाएं। पीडि़ता का कहना है कि वह जब गर्भवती हुई तो उस पर दबाव बनाया गया कि वह गर्भ गिरा दे। वह नहीं मानी तो उसे मारपीट कर उसके मायके भेज दिया गया। वह डेढ़ साल से अपने मायके में रह रही है। उसे बच्ची हुई तो ताने मार कर भी यातनाएं दी गई। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है।