जांच में उजागर हुई परियोजना की धांधली
अधिकारी के वेतन से 1 लाख 24 हजार रूपए की होगी वसूली
बालाघाट। अनियमितता के मामले में शिकायत की जांच उपरांत धांधली साबित होने पर बालाघाट के कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने एक्शन लेते हुए परियोजना अधिकारी से 1 लाख 24 हजार रूपए की राशि वसूले जाने के आदेश दिए है। मामला आंगनबाड़ी केंद्रों में निर्माण कार्यों को लेकर राशि आबंटित किए जाने में धांधली बरतने का है।
क्या था मामला
महिला व बाल विकास परियोजना बिरसा के तत्कालीन परियोजना अधिकारी देवेंद्र कुमार यादव के वेतन से 1 लाख 24 हजार 500 रुपए की वसूली की जाएगी। महिला व बाल विकास परियोजना बिरसा के 8 आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्ष 2015-16 में व 15 आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्ष 2017-18 में बुनियादी सुविधाओं जैसे चबूतरा निर्माण, बिजली फिटिंग, वाटर कूलर, नल पाईप, वाटर टेंक, स्टैंड, पुताई, चित्रकारी आदि के लिए 50-50 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई थी।
पूर्व मंत्री व विधायक ने की थी शिकायत
इस अनियमितता के संबंध में पूर्व मंत्री और विधायक गौरीशंकर बिसेन द्वारा जांच करने करने कहा गया था। बैहर एसडीएम द्वारा इस शिकायत की प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रवार जांच की गई और किए गए कार्य का मूल्यांकन कराया गया। जांच में पाया गया कि तत्कालीन परियोजना अधिकारी देवेंद्र यादव द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र कोसमटोला, बैगाटोला-पंड्रापानी, छापरटोला-माटे, साहूटोला-मानेगांव, देवरीमेटा, बोरख़ेडा, सोझरियाटोला, पल्हेरा-मशीनटोला में आवंटित 1-1 लाख रुपए की राशि के विरूद्ध 83-83 हजार रुपये की राशि व्यय की गई है। इस प्रकार उनसे 1 लाख 24 हजार 500 रुपए की राशि वसूल करने की अनुशंसा की गई थी।
नोटिस का नहीं दे पाए संतोषजकन जवाब
इधर, दूसरी तरफ महिला एवं बाल विकास परियोजना बिरसा के तत्कालीन परियोजना अधिकारी देवेंद्र यादव को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया था। लेकिन उनके द्वारा प्रस्तुत जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया।
राज्य
बालाघाट में अनियमितता पर एक्शन
- 13 May 2022