ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की लगवाता था बोली, यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने किया सस्पेंड
भोपाल/सीहोर। बुली बाई ऐप मामले के तार मध्यप्रदेश से भी जुड़ गए हैं। दिल्ली पुलिस ने जिस 20 साल के युवक को गिरफ्तार किया है, वह भोपाल की प्राइवेट यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट नीरज बिश्नोई है। वह वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सीहोर कैंपस में बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि उसने दो साल पहले एडमिशन लिया था, लेकिन कोरोना के कारण कॉलेज नहीं आया। मामला सामने आने के बाद उसे कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में पुलिस ने अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बुली बाई में उसका नाम आने के बाद से सीहोर पुलिस भी सक्रिय हो गई है।
क्या है बुली बाई ऐप केस
बुली बाई ऐप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि श्वेता सिंह एक अन्य आरोपी के साथ विवादास्पद ऐप को कंट्रोल करती थी। उसने ही ऐप का ट्विटर हैंडल भी बनाया था।
अब तक चार आरोपी गिरफ्तार
मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक उत्तराखंड की रहने वाली 18 साल की श्वेता सिंह है। उसके 20 वर्षीय दोस्त मयंक रावत और 21 वर्षीय विशाल कुमार झा को भी गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपी और मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई मूलत: राजस्थान के नागौर का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी नीरज ने ऐप मेकर त्रद्बह्ल॥ह्वड्ढ से बुली बाई ऐप बनाया था। वह, मुख्य सरगना है। उसी ने ट्विटर पर भी बुली बाई को अपलोड किया था।
यूनिवर्सिटी में प्रबंधन कार्य देख रहे अमित सिंह का कहना है कि नीरज बिश्नोई ने 2020 में कॉलेज में एडमिशन लिया था, लेकिन वह एक बार भी क्लास में नहीं आया है। वह ऑनलाइन क्लास अटैंड कर रहा था। प्रकरण से हमारा लेना-देना नहीं है। छात्र को निलंबित कर दिया गया है।
भोपाल
बुली बाई ऐप का सरगना स्टूडेंट निकला
- 07 Jan 2022