धारचूला(पिथौरागढ़)। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के जामुनी तोक में रहने वाले चंद्र सिंह को तबाही की आहट हुई तो सबसे पहले उन्होंने अपने भाई के घर जाकर उन्हें सचेत किया। भागकर पत्नी और तीन भतीजियों को जगाने आए तब तक मकान के साथ खुद भी मलबे में बह गए। तीन बेटियों, भाई और भाभी के मलबे में दफन होने से छोटे भाई का परिवार दहशत और सदमे में है।
रात 12 बजे के करीब भारत और नेपाल में जब मूसलाधार बारिश हुई तो काली नदी के शोर और जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से धरती कांपने लगी। जामुनी तोक में रहने वाले दो भाई चंद्र सिंह और जोगा सिंह के मकान अगल-बगल स्थित थे।
जोगा सिंह की तीन बेटियां अपने चाचा चंद्र सिंह के घर में सोई थीं। तेज बारिश के कारण जब पहाड़ी की ओर से मलबा आने लगा तो चंद्र सिंह की नींद खुल गई। इसके बाद उसने बारिश में ही बाहर जाकर अपने भाई जोगा सिंह को जगाया और सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा।
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भाई के परिवार को सचेत कर खुद मलबे में बहे चंद्र सिंह, जिंदा दफन हो गईं पांच जिंदगियां
- 31 Aug 2021