राजनीतिक दलों के पास नौ माह का समय
शिवराज और कमलनाथ बना रहे चुनावी रणनीति, अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचने पर जोर
इंदौर। वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव होना है, जिसकी हलचल शुरू हो गई है। दोनों ही प्रमुख भाजपा और कांग्रेस के अलावा, आप पार्टी व अन्य दल भी अपनी-अपनी सक्रियता दिखाने में जुट गए हैं। हालांकि अभी सभी राजनीतिक दलों के पास नौ माह का समय है, लेकिन चुनावी आचार संहिता लगने के पहले प्रयास है कि अपने-अपने दल की उपलब्धियां आमजन तक पहुंचाकर माहौल अपने पक्ष में करें। उधर, चुनावी साल को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस में जल्दी ही बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ चुनावी रणनीतियां बनाने में जुटे हैं। दोनों राजनीतिक सूत्रों की मानें तो दोनों ही प्रमुख दलों के वरिष्ठ नेताओं का अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचकर उनके द्वारा अपने दल के पक्ष में माहौल बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस संगठन जल्द ही बड़े बदलाव करने जा रहा है। दोनों पार्टियों में व्यापक पैमाने पर बदलाव के लिए मंथन चल रहा है। ये बदलाव चुनावी रणनीति का सबसे प्रमुख हिस्सा है, क्योंकि दोनों ही दल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ही नई टीमें तैयार कर रहे है। कमल के फूल और हाथ के पंजे वाली पार्टियों ने चुनाव प्रचारअभियान से पहले बड़ी सर्जरी करने की तैयारी में है।
भाजपा प्रदेश के 12 से 15 जिला अध्यक्षों को बदलने पर विचार कर रहा है तो वहीं कांग्रेस 20 जिलों में नए अध्यक्षों की खोज में जुट गया है। इंदौर में अध्यक्षों की मुहर दिल्ली से लगेगी। अब प्रदेश में सियासी रंग जमना शुरु हो गया है। यह तो तय हो चुका है की भाजपा शिवराजसिंह चौहान और कांग्रेस कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी।
चुनाव लडऩे का मन बना चुके अध्यक्ष हुए सक्रिय
राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल को बढ़ाने और प्रदेश अध्यक्षों के बने रहने के बीच अब भाजपा उन जिलों के अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर रही है जिन्हें विधानसभा चुनाव लडना है। इनमें इंदौर के जिला और शहर अध्यक्ष भी शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल 15 फरवरी को समाप्त हो रहा है लेकिन जिस तरह से पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ाया है उसको लेकर माना जा रहा है कि शर्मा भी विधानसभा चुनाव तक अध्यक्ष बने रहेंगे। हालांकि इस पर अभी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुहर लगना बाकी है। प्रदेश के 57 जिलों के जिलाध्यक्षों में दर्जनभर से अधिक जिलाध्यक्ष विधानसभा चुनाव लडने का मन बना रहे हैं और इसके लिए वे क्षेत्र में सक्रिय भी हैं।
गुजरात फार्मूला के चक्कर में
कई जिलाध्यक्षों ने अपनी मंशा प्रदेश नेतृत्व के सामने जाहिर कर दी है। सूत्रों का कहना है कि ऐसे दर्जनभर अध्यक्षों की सूची फरवरी में जारी हो सकती है जो चुनाव लडने का मन बना चुके हैं। यह भी कहा जा रहा है कि गुजरात फामूर्ला लागू करने के चक्कर में भी भाजपा नए युवाओं को विधानसभा में टिकट दे सकती है।
कांग्रेस ने भी कसी कमर
उधर विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कसना शुरू कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ अपने हिसाब से पूरे संगठन को चुस्त दुरूस्त करने में जुटे हुए हैं। प्रदेश संगठन में बड़े फेरबदल के बाद अब जिला अध्यक्षों की बारी है। करीब 20 जिलों में नए अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं। पुराने को हटाने के लिए नाथ दिल्ली से भी मंजूरी ले आए हैं।भारत जोड़ो यात्रा में आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जाते समय कहा था कि मध्यप्रदेश में यात्रा के दौरान भारी जनसमर्थन मिला है जो अच्छे संकेत हैं। इसके बाद से मध्यप्रदेश कांग्रेस में अंडर करंट दौड़ रहा है। नेता से लेकर कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव को लेकर कमर कसकर मैदान संभालने के मूड में हैं तो प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ भी अब संगठन को चुस्त दुरुस्त करने में जुट गए हैं।
नए नामों पर प्रयोग का मूड
चर्चा है कि इसके चलते वे दिल्ली भी गए थे जिसमें वे पार्टी के आला नेताओं से मिले और स्वीकृति लेकर भोपाल लौट आए। संभावनाएं जताई जा रही है कि जल्द ही वे अध्यक्षों की नियुक्तियां कर देंगे। जिलों की फेहरिस्त में इंदौर शहर व जिले का नाम भी होने की संभावनाएं जताई जा है। नाथ यहां पर नए नामों पर प्रयोग करने के मूड में है। बताया गया है की इन दिनों कमलनाथ काफी मूड में हैं। इसके चलते पहले चरण में उन्होंने संगठन में काबिज नेताओं को आराम देते हुए नयों की नियुक्ति कर दी है।
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भाजपा का दावा-200 से ज्यादा सीटें जीतेंगे
वर्ष 2018 में भाजपा ने नारा दिया था, अब की बार दो सौ पार, इस बार फिर भाजपा का दावा है कि वह 200 से ज्यादा सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं। पिछले चुनाव में पार्टी 109 सीट तक ही पहुंच पाई थी। इधर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गुजरात जैसी आंधी चलेगी। 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में जीत का इतिहास बनेगा और हम 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे। शर्मा ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि हमारा नेतृत्व, हमारी केंद्र और राज्य सरकारों की गरीब कल्याण की योजनाएं और हमारा संगठन तंत्र हमारी ताकत है। इन्हीं के बल पर मप्र में फिर सरकार बनाएंगे। उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक है। 26 जनवरी को सभी जिलों में तथा 27 जनवरी को सभी मंडलों में कार्यसमिति की बैठकें होंगी। 28 जनवरी को शक्ति केंद्र स्तर पर बैठकें आयोजित होंगी और 29 जनवरी को सभी 64100 बूथों पर प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुना जाएगा।
इंदौर
भाजपा और कांग्रेस में देखने को मिल सकते हैं जल्द ही बड़े बदलाव ... प्रदेश में शुरू हुई चुनावी हलचल
- 20 Jan 2023