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भोपाल

भाजपा की सिफारिश पर बदले अफसर, कांग्रेस नेता ने सौंपी 66 नामों की लिस्ट; चुनाव आयोग सख्त

  • 12 Oct 2023

भोपाल। छिंदवाड़ा जिले में भाजपा नेताओं की सिफारिश पर अफसरों को हटाने और पदस्थ करने के आरोप लगे हैं। कांग्रेस के पूर्व विधायक दीपक सक्सेना ने आचार संहित लगने के दूसरे दिन  इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। सक्सेना ने शिकायत में कहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने एक सिफारिशी पत्र जून में सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखा था। इसमें 66 अफसरों के नाम थे। उन्होंने इसकी शिकायत अगस्त माह में कलेक्टर से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सक्सेना की शिकायत पर अधिकारियों की पदस्थापना की जानकारी कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी छिंदवाड़ा से मांगी है।
पत्र के साथ अफसरों की जो सूची सीएम शिवराज को भेजी गई थी, उसमें भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू के अलावा जिला महामंत्री टीकाराम चंद्रवंशी, परमजीत विज, कांता ठाकुर, पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे, पूर्व मंत्री नानाभाऊ मोहोड़, पूर्व विधायक नत्थनशाह कवरेती, पूर्व विधायक मारोतराव खवसे, पूर्व विधायक ताराचंद बावरिया, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शेषराव यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजय झांझरी ने हस्ताक्षर किए हैं।
भाजपा नेताओं के पत्र में  इन  अफसरों के नाम
चुनाव आयोग तक अधिकारियों की पोस्टिंग वाली जो सूची पहुंची है, उसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल अमित वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक विदिशा सौरव आर तिवारी की पदस्थापना छिंदवाड़ा जिले में करने के लिए कहा था।
साथ ही डीएसपी उमरिया जितेंद्र सिंह जाट, सीएसपी छिंदवाड़ा प्रियंका पांडे, डीएसपी अजाक अमन मिश्रा और डीएसपी सीआईडी पीएचक्यू अजय राणा की पोस्टिंग छिंदवाड़ा में करने के लिए कहा है। जिन निरीक्षकों की छिंदवाड़ा में पोस्टिंग करने के लिए सिफारिश की गई है, उसमें राखी झा, राकेश तिवारी, महेंद्र शाक्य, निरूपा पांडे, अजय मरकाम, आशीष धुर्वे, मनोज पटवा और विकास पटेल के नाम हैं। ये अलग-अलग जिलों, लोकायुक्त पुलिस संगठन में पदस्थ रहे हैं।
सूची में यह भी उल्लेख है कि संबंधित अधिकारी की पोस्टिंग किस पुलिस अनुविभाग में की जानी है। साथ ही डीएसपी एमएस राठौर को रायसेन से छिंदवाड़ा, श्वेता शर्मा डीएसपी और रोहित लखारे को छिंदवाड़ा जिले से बाहर पदस्थ करने के लिए कहा है।
नेताओं ने इन अफसरों को छिंदवाड़ा भेजने के लिए कहा-
चुनाव जीतने के लिए राज्य प्रशासनिक सेवा कैडर के जिन अफसरों को छिंदवाड़ा में पदस्थ करने के लिए कहा गया, उसमें अपर कलेक्टर उमरिया खेमचंद वोपचे, संयुक्त कलेक्टर इंदौर नितिन कुमार टाले, संयुक्त कलेक्टर उमरिया हेमकरण धुर्वे को छिंदवाड़ा लाने और डिप्टी कलेक्टर छिंदवाड़ा मनोज प्रजापति को जिले से बाहर करने के लिए कहा है। साथ ही सीईओ जिला पंचायत छिंदवाड़ा पार्थ जायसवाल को जिले से बाहर भेजने, नितिन बिजवे को सीएमओ बैतूल से परासिया लाने, संयुक्त आयुक्त राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन राकेश कुमार शुक्ला को छिंदवाड़ा पदस्थ करने के लिए कहा है। पड़ताल में सामने आया है कि अपर कलेक्टर खेमचंद वोपचे और संयुक्त कलेक्टर हेमकरण धुर्वे की पदस्थापना भी छिंदवाड़ा में हो चुकी है।
चुनाव आयोग अब हुआ सख्त, कलेक्टर से मांगी जानकारी
छिंदवाड़ा के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक दीपक सक्सेना की शिकायत के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने छिंदवाड़ा कलेक्टर से आचार संहिता लागू होने के बाद ऐसे अधिकारियों की पदस्थापना की जानकारी मांगी है। कांग्रेस ने इसको लेकर पूर्व में भी शिकायत की थी। तब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जांच रिपोर्ट मांगी थी। जिसमें कलेक्टर छिंदवाड़ा ने यह कहकर खानापूर्ति की थी कि पद स्थापना संबंधी अधिकार राज्य शासन के हैं।
अब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि कलेक्टर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। आचार संहिता लागू होने के बाद फिर नामों के साथ शिकायत हुई है तो मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस पर एक्शन के संकेत दिए हैं और ऐसे अधिकारियों की पदस्थापना की जानकारी कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी छिंदवाड़ा से मांगी है।
24 घंटे में 150 शिकायतें पहुंचीं चुनाव आयोग
आचार संहिता लागू होने के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारियों तक 24 घंटे में 150 शिकायतें पहुंची हैं। अकेले 100 शिकायतें मंगलवार को 2 बजे तक चुनाव आयोग तक पहुंच गई। इन शिकायतों को ई-मेल और डाक के जरिए संबंधित जिलों के कलेक्टरों और राज्य शासन के विभिन्न विभागों के अफसरों को जांच और कार्रवाई के लिए भेजा है।