रातभर गिरता रहा पानी; बुंदेलखंड-बघेलखंड और महाकौशल में आज भी झमाझम
भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन दिन से हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। भोपाल में गुरुवार रात से शुक्रवार की सुबह तक तेज बारिश होती रही। भोपाल में अभी तक 72 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 50 साल में यह सबसे अधिक है। सामान्य रूप से सितंबर तक 31 इंच बारिश होती है। इधर, उज्जैन में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूलों की छुट्?टी घोषित कर दी गई। शिवपुरी में बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान इंदौर, भोपाल, रायसेन, पचमढ़ी, नर्मदापुरम और दतिया में डेढ़-डेढ़ इंच बारिश हुईद्य नौगांव, रतलाम, उज्जैन, नरसिंहपुर, जबलपुर और सागर में एक-एक इंच पानी गिरा हैद्य खरगोन, ग्वालियर, गुना, उमरिया, शिवपुरी, बैतूल, खजुराहो, धार, सीधी, रीवा, छिंदवाड़ा, खंडवा, सतना और मंडला में भी बारिश हुई।
मौसम विभाग का कहना है कि इंदौर समेत कुछ जिलों में आज दोपहर तक रिमझिम हो सकती है। बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है। उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
दूसरे सिस्टम ने बिगाड़े हालात
सितंबर में पहला कमजोर सिस्टम 9 और 10 को बना था। इसके बाद 12 सितंबर को दूसरा सिस्टम एक्टिव हुआ। इससे 13 को तो ज्यादा बारिश नहीं हुई, लेकिन 14 और 15 सितंबर को प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। अकेले भोपाल में ही अब तक रिकॉर्ड 72 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि भोपाल जिले में अभी तक 68 इंच पानी गिरा है। मध्यप्रदेश में अब तक साढ़े 43 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 22त्न ज्यादा है। प्रदेश के अधिकांश जलाशय फुल हो चुके हैं।
बरगी बांध के गेट खोले
उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर बढऩे के बाद रामघाट स्थित मंदिर आधे-आधे डूबे हुए हैं। नर्मदापुरम के तवा डैम में भी पानी बढ़ गया है। इसके 3 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। इस सीजन में तवा डैम के गेट 32 बार खोले गए हैं। जबलपुर में बरगी डैम के 11 गेट खुले तो छिंदवाड़ा में 15 गांवों का शहर से संपर्क कट गया। यहां अगले 24 घंटे में तेज बारिश होने की संभावना ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। उज्जैन में कलेक्टर ने आज सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।
इन इलाकों में हालात बिगड़े
छिंदवाड़ा के पांढुर्णा में गुरुवार सुबह तेज बारिश के कारण पानी घरों में घुस गया। इससे राशन, खेती के लिए रखे बीज, खाद समेत अन्य सामान पानी में खराब हो गए। अशोकनगर में बीते 48 घंटों के दौरान 6 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। नालों के उफान पर आने से कुछ गांवों का संपर्क शहर से टूट गया है। ईसागढ़ के भर्रोली गांव में तालाब में कटाव होने से पानी गांवों में घुस गया। आक्रोशित ग्रामीण ईसागढ़ मार्ग पर धरने पर बैठ गए।
17 सितंबर से बन रहा नया सिस्टम
मध्यप्रदेश के लिए 17 सितंबर से नया सिस्टम बन रहा है। यह सितंबर का अब तक का तीसरा सिस्टम होगा। हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो अब ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है। कहीं-कहीं गतिविधियों के साथ तेज बारिश की संभावना बन सकती है।
भोपाल
भोपाल में 50 साल में सबसे ज्यादा 72 इंच बारिश
- 16 Sep 2022