Highlights

इंदौर

भीषण गर्मी में मुस्तैदी से चौराहे पर ड्यूटी देने वाली ...ट्रैफिक पुलिस को वाहन चालकों की भी चिंता

  • 29 May 2024

दो पहिया की सवारी करने वालों को धूप से बचाने किया नया प्रयोग
 इंदौर। मध्यप्रदेश में लू का अलर्ट चल रहा है। ऐसे में प्रदेश की व्यवसायीक राजधानी इंदौर में सडक़ों पर चलने वाले दो पहिया वाहन वालों को राहत के लिए ट्रैफिक पुलिस को वाहन चालकों की भी चिंता है कि कहीं धूप में उनकी सेहत पर असर न पड़ जाए। इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने नया प्रयोग किया है। शहर के कुछ चुनिंदा स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल के समय में परिवर्तन किया गया है। टेक्नीकल टीम के सहयोग से ये सुविधा इसलिए की गई है कि भीषण गर्मी में वाहन चालकों को ज्यादा देर धूप में खड़ा न होना पड़े।
नई व्यवस्था से मिल रही राहत
शहर के कुछ ऐसे स्थान हैं जहां पर ट्रैफिक सिग्नल की टाईमिंग दो से ढाई मिनट तक की है। कडकड़़ाती धूप को देखते हुए यहां अब ये व्यवस्था की गई है कि सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक जब तेज धूप रहती है उस समय रेड लाइट होने के बाद वाहन चालक को डेढ मिनट से ज्यादा इंतजार न करना पड़े। इस व्यवस्था से वाहन चालकों को राहत दिख रही है।
सिग्नलों पर इतना समय किया कम
डीसीपी ट्रैफिक अरविंद तिवारी के निर्देश पर ट्रैफिक सिग्नल की तकनीकी टीम द्वारा आवश्यकता अनुसार कुछ चौराहा के सिग्नल टाइमिंग में बदलाव किया गया है। खास तौर पर 11.30 से 4.30 बजे तक टाइमिंग जरूरत के हिसाब से कम किया गया। जिसमें मुख्य रूप से बीआरटीएस के स्कीम नंबर 78 चौराहे पर पूरे सर्कल में 145 से कम कर 111 सेकंड का समय, सत्यसाईं पर 190 से कम कर 160 सेकंड, इंडस्ट्रीज हाउस तिराहा पर 144 से 114 सेकंड, पलासिया चौराहा पर 187 सेकंड से कम कर 142 सेकंड, गीताभवन पर 199 से 155, नवलखा पर 215 से 155 सेकंड का समय किया गया।
ट्रैफिक में भी मिली राहत
वाहन चालकों को रेड लाइट में 1 से 1.30 मिनट का ही इंतजार करना होगा। शुरुआत में ये प्रयोग किया गया है इसके बाद आवश्यकता अनुसार अन्य चौराहा पर भी टाइमिंग में बदलाव किया जा रहा। सिग्नल के समय में किए गए बदलाव के बाद ट्रैफिक में थोड़ी राहत मिल रही है।
हो रही समय की बचत
 जहां सिग्नल टाइमिंग 20 सेकेंड है वहां पर कोई बदलाव नहीं होगा। जहां ये समय 21 से 40 सेकंड का है, वहां  5 सेकंड कम कर दिया जाएगा। इससे चौराहे पर 20 सेकंड की बचत होगी। 41 से 60 सेकंड की टाइमिंग वाले सिग्नल पर 10 सेकंड कम होगें और करीब 40 सेकंड की बचत होगी। जिन चौराहों पर सिग्नल टाइमिंग 61 से 80 सेकेंड के बीच है,वहां 15 सेकेंड की कटौती की गयी है। इस तरह के चौराहे पर हर तरफ का ट्रैफिक एक मिनट पहले चल सकेगा। जहां ये टाइमिंग 80 सेकंड से अधिक है,वहां पर अब ये समय 60 सेकंड हो जाएगा।
कमिश्नर ने जताई सडक़ दुर्घटनाओं पर चिंता
गत दिनों पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने पुलिस अफसरों की समीक्षा बैठक ली थी। उसमें भी उन्होंने बढती वाहन दुर्घटनाओं पर चिंता जताई है। शहर में 1 जनवरी से 30 अप्रैल तक हुए हादसों का आंकड़ा 1271 आया है और इसमें 100 लोगों की जान चली गई है। सडक़ हादसों में लगातार हो रही मौतों को लेकर पुलिस कमिश्नर ने चिंता जताते हुए कहा कि आप लोगों को अध्ययन करना चाहिए कि इन सडक़ दुर्घटनाओं में कैसे अंकुश लगाया जाए ताकि उस पर बेहतर ढंग से काम कर आंकड़ों को कम किया जा सके। ट्रैफिक पुलिस निरंतर लोगों में जागरुकता का अभियान चला रही है उसके बाद भी लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते। शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर भी अंकुश लगाया जा रहा है। इसके बाद भी लोग बेकायदा वाहन चलाते हैं और अक्सर हादसों का कारण बनते हैं। अब इसके लिये क्या वाहन चलाने वाले खुद ही जिम्मेदार नहीं है..? तब किसे दोषी माना जाए..?
हम तो तैयार हैं, लोग जागरुक हो जाएं तो कम हो जाएंगे हादसे-तिवारी
ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी कहते हैं कि हम तो लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरुक करने में कोई कमी नहीं रख रहे हैं। तेज धूप में वाहन चलाने वालों की परेशानी दूर करने के लिए भी ट्रैफिक सिग्नल के समय में बदलाव कर प्रयोग किया है जिससे लोगों को काफी राहत मिली है। ट्रैफिक टीम को भी गर्मी से बचाने के लिए इलेक्ट्राल दिया जा रहा है। राजवाड़ा इलाके में भी ट्रैफिक सुगम बनाने के लिए ई रिक्शा प्रतिबंधित किए जा रहे हैं। लोग सडक़ पर वाहन चलाते समय यदि ट्रैफिक नियमों का इमानदारी से पालन करें तो हादसे काफी कम हो सकते हैं। ट्रैफिक पुलिस टीम मैदान में अच्छा परफारमेंस करे इसके लिए उनके उत्साह वर्धन के लिए ट्रैफिक पुलिस आफिसर द वीक के तहत गुड परफारमेंस ट्रैफिककर्मी को मैडल और इनाम भी दिया जाता है। इससे भी ट्रैफिक पुलिस टीम का उत्साह बना रहता है। यदि आम जन सहयोग करें और वे बेकायदा वाहन चलाना बंद कर दें तो स्मार्ट सिटी भी ट्रैफिक में नंबर वन बन सकती है।
आदेश का पालन नहीं होने से दिक्कत
ट्रैफिक सिग्नल के टाईमिंग कम करने का समय 11.30 से 4.30 रखा गया है लेकिन इसके बाद भी कुछ चौराहों पर इसका पालन नहीं हो रहा है। विशेष तौर से सत्यसांई चौराहा,विजयनगर चौराहा और रसोमा चौराहा । बीआरटीएस के इन चौराहों पर  शाम को ट्रैफिक का दवाब ज्यादा रहता है। ऐसे समय में ट्रैफिक सिग्नल का टाइमिंग कम होने से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगने लग जाती है। रसोमा चौराहे पर तो रात को कुछ ट्रैफिक सिग्नल का समय 17-20 सेकंड ही रहता है। इस दौरान यहां से गुजरने वाली कारों को राइट टर्न लेने में ही इतना समय लगता है कि दो तीन कारों के बाद लाइट फिर से लाल हो जाती है। सत्यसांई चौराहे पर भी रात तक सिग्नल टाइम में कोई बदलाव नहीं होता और इसका परिणाम ये होता है कि छोटे-बडे वाहन ट्रैफिक सिग्नल की परवाह नही करते हुए वाहन दौडा देते हैं जिसके कारण अक्सर हादसे की आशंका रहती है।