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भिण्ड

भैंस नहीं दूंगा चाहे मुकदमा कर दो

  • 18 Aug 2021

भिंड। भिंड जिले में सिंध की बाढ़ में सैकड़ों लोग बेघर हो गए। उनकी घर-गृहस्थी से लेकर मवेशी तक पानी में बह गए। भैंस बाढ़ में बहने और उसके वापसी को लेकर रोचक मामला भारौली कलां में हुआ। यहां बाढ़ के पानी में भैंस बह गई। सोशल मीडिया पर भैंस को पकडऩे का वीडियो वायरल हुआ तो भैंस की पहचान हो गई। भैंस वापस कराए जाने को लेकर असली मालिक पहुंचा तो उनसे पनहाई मांगी गई। जब स्क्क ने फोन करके भैंस वापस करने को कहा तो सरपंच ने बोल दिया- मुकदमा दर्ज कर दो। भैंस नहीं दूंगा। पुलिस फोर्स पहुंचा तब कही भैंस वापस हो सकी। 4 अगस्त को भारौली कलां गांव सिंध की बाढ़ से तबाह हो गया। लोग, बाढ़ के पानी से अपनी जान बचाकर भागे। इस दौरान घर-गृहस्थी के सामान के साथ लोगों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया। कई लोगों के गाय-भैंस पानी में बह गए। इसी गांव के राहुल सिंह राजावत की भैंस पानी में बह गई। यह भैंस मेंहदा घाट पुल के पास बीहड़ के टीले पर जाकर फंस गई। यहां बहादुरपुरा सरपंच समेत बिछौली गांव के कुछ युवक मौजूद थे। भैंस मालिक के मुताबिक सरपंच विक्रम सिंह ने बिछौली गांव के राजवीर सिंह राजावत और राजेंद्र सिंह सिसौदिया से भैंस पकडऩे को कहा। इस पर इन दोनों युवकों ने भैंस को बाढ़ के पानी से बचा लिया। इसके बाद इन तीनों लोगों में भैंस के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। यह भैंस अच्छी होने की वजह से दोनों युवकों को सरपंच 10-10 हजार रुपए देकर स्वयं रखना चाहते थे। जबकि, दोनों युवक भैंस को बेचने की बात कह रहे थे। यह भैंस की असल कीमत 80 हजार से अधिक है। इस बात पर विवाद हो गया।
अहमदाबाद से आया वीडियो तब हुई भैंस की पहचान
यह जानकारी बहादुरपुरा और बिछौली गांव के लोगों को लग गई। तभी किसी युवक ने भैंस का वीडियो बना लिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ सीधा अहमदाबाद, गुजरात पहुंचा। अहमदाबाद में गांव के युवकों द्वारा धंधा किया जाता है। इन युवकों के माध्यम से वीडियो भैंस मालिक के पास पहुंच गया। इस पर राहुल ने अपनी भैंस पहचान ली।