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भोपाल

मणप्पुरम गोल्ड बैंक के मैनेजर सहित पांच गिरफ्तार

  • 09 Mar 2024

फर्जीवाड़ा कर 5.50 करोड़ का गबन किया, सारी रकम सट्टेबाजी में हार गए
भोपाल। मणप्पुरम कंपनी में 5.50 करोड रुपए का फर्जी गोल्ड लोन मंजूर कर धोखाधड़ी करने वाले मैनेजर और डिप्टी मैनेजर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। पिपलानी पुलिस ने मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी के एरिया हेड की शिकायत पर मैनेजर, डिप्टी मैनेजर एवं अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। बाद में मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। शुक्रवार को इस मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। बैंक से धोखाधड़ी कर गबन की सारी रकम को आरोपी आॅन लाइन सट्टेबाजी में हार चुका है।
डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि पिपलानी मणप्पुरम गोल्ड लोन ब्रांच के एरिया हेड रामसेवक शर्मा की शिकायत पर पिपलानी पुलिस ने पिछले महीने 26 फरवरी को मैनेजर संजय सैनी और डिप्टी मैनेजर अजय पाल सिंह समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। आरोपियों द्वारा फर्जी तरीके से गोल्ड गिरवी रखकर ग्राहकों को गोल्ड लोन मंजूर किया था। ग्राहकों और सुनारों से सांठगांठ करके मैनेजर और डिप्टी मैनेजर ने कंपनी को 5.50 करोड़ रुपए का चूना लगाया था। मामला उजागर होने के बाद कंपनी ने अपने स्तर पर इसकी जांच की थी। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने 95 ग्राहकों के साथ धोखेबाजी की है।
ऐसे संपर्क में आए थे आरोपी
संजय सोनी गौतम नगर में किराए से रहता है। वहीं आरोपी रविशंकर राजपूत भी रहता है। जो सट्टा एजेंट है, वह आलीशान लाइफ जीता है। उसके साथ कई गुर्गे रहते हैं। उसके लाइफ स्टाइल से समय प्रभावित हो गया। दोनों में दोस्ती हुई तो रविशंकर ने उसे सट्टेबाजी से पैसा कमाने की बात कही। उसे आॅन लाइन एप पर सट्टा खेलना सिखाया। शुरूआत में संजय दस बीस हजार तक का सट्टा खेलता था। लत लगने के बाद उसने करोड़ों रुपए के दांव लगाए, इसके लिए उसने अलग-अलग 15 आईडी बना रखी थी।