दिल्ली भेज रहे सैंपल, 10 दिन पहले पॉजिटिव आया युवक ठीक
रतलाम। शहर के लिए एक राहत तो एक सतर्क होने वाली खबर है। राहत ये कि 10 दिन पहले जो संक्रमित मिला था, अब वह पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुका है। सतर्क इसलिए होना है क्योंकि यह संक्रमित एक सवाल छोड़ गया है कि रतलाम में ओमिक्रॉन है... या नहीं? 9 दिन में 2 संक्रमित सामने आ गए हैं, इस सवाल का जवाब जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट से मिलेगा, जोकि अब तक नहीं मिली है।
10 दिन पहले शहर में आलोट के एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। युवक को मेडिकल कॉलेज लेकर आए थे, अब इस युवक को मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया है। हालांकि, 7 दिन होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। पॉजिटिव मिलने के साथ ही युवक का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली की लैब में भेजा था। दिल्ली की लैब से सैंपल की रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है। जबकि, अब दूसरा सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है, जो कि गुरुवार को पॉजिटिव आया था। इधर, जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में अभी लंबा समय लग सकता है, क्योंकि प्रदेश के अन्य शहरों में इस रिपोर्ट के लिए 20 दिन तक का इंतजार करना पड़ रहा है।
प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग हो तो 48 घंटे में मिलेगी रिपोर्ट- इधर, प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट नहीं है। हाल ही में भोपाल से 30 सैंपल भेजे थे, लेकिन रिपोर्ट के लिए 20 दिन से ज्यादा लंबा इंतजार करना पड़ा। यदि प्रदेश में सिक्वेंसिंग हो तो 48 घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी। इधर... यूएई से लौटे पॉजिटिव युवक पर प्रकरण दर्ज, घर पर नहीं मिला था - गुरुवार को शहर में एक और पॉजिटिव मिला था। जो कि, यूएई से रतलाम लौटा था। हैरानी इस बात की है कि युवक को अपने घर पर आइसोलेट रहना था, वह दुकान पर जाकर बैठ गया। पॉजिटिव रिपोर्ट आ जाने के बाद भी वह घर पर नहीं मिला। मामले में कलेक्टर के धारा-144 के आदेश का उल्लंघन होने और आपदा प्रबंधन अधिनियम में प्रकरण दर्ज किया।
रतलाम
मप्र के किसी भी मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा नहीं
- 25 Dec 2021