बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में झोलाछाप डॉक्टर की एक अनोखी करतूत सामने आई है. यहां इलाज के नाम पर झोलाछाप डॉक्टर ने मरीज के गहने उतार दिए और उसके बाद बेहोशी की हालत में उसे घर भेज दिया. होश में आने के बाद दूसरे दिन जब मरीज गहने लेने के लिए डॉक्टर के पास पहुंचा तो डॉक्टर ने गहने देने से इनकार कर दिया. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर के सिवाना थाना इलाके के झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मरीज ने बेहोशी का इंजेक्शन देकर गहने लूटने का मामला दर्ज करवाया है. एफआईआर के बाद तहसीलदार ने झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक सीज कर दिया है. वहीं झोलाछाप डॉक्टर फरार है.
बताया जा रहा है कि 11 अगस्त को पीड़िता हजा देवी अपने पुत्र के साथ 12:00 बजे इलाज करवाने के लिए पहुंची जहां पर झोलाछाप डॉक्टर राजेंद्र सोलंकी ने पुत्र को अंदर नहीं आने दिया और महिला को भर्ती कर लिया. डॉक्टर ने एडमिट करने के बहाने पहले ड्रिप चढ़ाई और इंजेक्शन लगा दिया फिर इलाज में जेवरात के चलते दिक्कत की बात कहकर महिला से गहने उतरवा लिए.
करीब 5 घंटे बाद महिला के बेटे को बुलाकर डॉक्टर ने उसे बेहोशी की हालत में घर पर भेज दिया. जब पीड़िता को होश आया तो दूसरे दिन गहने लेने के लिए डॉक्टर के पास पहुंची. इस दौरान डॉक्टर ने गहने देने से इनकार कर दिया.
राजस्थान
मरीज को बेहोशी का इंजेक्शन देकर झोलाछाप डाक्टर ने लूट लिए गहने
- 18 Aug 2021