इंदौर। एक्सीडेंट व इमरजेंसी के अधिकांश केस एमवाय अस्पताल के ट्रामा सेंटर में पहुंचते है। वर्तमान में यहां पर हर दिन 400 से 500 मरीज उपचार के लिए पहुंचते है। इनमें से कुछ भर्ती होते है तो कुछ का प्राथमिक उपचार होता है। मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के कारण कई बार उपचार के लिए मरीजों को यहां पर इंतजार भी करना पड़ता है। यही वजह है कि अब एमवायएच का ट्रामा सेंटर छोटा पडऩे लगा है और अब यहां पर 200 बेड के एक्सीडेंटल व इमरजेंसी यूनिट को शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
वर्तमान में पीजीआई चंडीगढ़ सहित बड़े संस्थानों में ही इस तरह की यूनिट बनी हुई है। यही वजह है कि अब कि मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा जल्द ही एमवायएच में इस तरह की यूनिट के निर्माण के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। अभी एमवायएच के अलावा अरबिंदो मेडिकल कालेज व इंडेक्स मेडिकल कालेज में भी एक्सीडेंट वाले मरीजों के लिए उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
वर्तमान में 25 मरीजों के उपचार की है सुविधा
एमवायएच में वर्ष 2018 में 25 बेड का ट्रामा सेंटर बनाया गया था। इसमें 12 बेड आईसीयू और शेष बेड सामान्य है। इसके लिए यहां आने वाले मरीजों की सर्जरी के लिए दो आपरेशन थिएटर है, जबकि मरीजों की बढ़ती संख्या को देख यहां पर चार से पांच आपरेशन थिएटर की जरुरत है। यहां पर आने वाले कुछ मरीजों को चार से पांच घंटे के लिए डे केयर में भी रखना पड़ता है। किसी को हाथ में पट्टा चढ़ाने या अन्य किसी उपचार के लिए चार घंटे तक रुकना पड़ता है। यही वजह है कि अभी यहां पर डे केयर सेंटर जरुरत है।
इस मामले में डीन डॉ. संजय दीक्षित का कहना है कि एमवाय अस्पताल में 200 बेड की एक्सीडेंट व इमरजेंसी यूनिट बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए जल्द ही राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गाए। एक्सीडेंटल व इमरजेंसी यूनिट होने के कारण मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ डाक्टरों का लोड कम होगा और वो सर्जरी व अन्य विशेष कार्यों कर सकेंगे। वहीं यहां पर जनरल ड्यूटी वाले चिकित्सक इमरजेंसी व एक्सीडेंट के मरीजों का उपचार करेंगे।
इंदौर
मरीजों की संख्या बढ़ी, छोटा पडऩे लगा एमवाय अस्पताल का ट्रामा सेंटर
- 20 Jul 2021