इंदौर। महिलाएं और युवतियां आनलाइन ठगी की शिकार अधिक होती है। वे ठगी से कैसे बच सकती है, इसे लेकर एडीशनल डीसीपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया ने कार्यशाला ली। कार्यशाला में वामा क्लब की महिलाओं को ओटीपी फ्रॉड, फर्जी लिंक भेज कर किए जाने वाले फ्रॉड, ओएलएक्स या ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा किए जाने वाले फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन फ्रॉड और सोशल मीडिया द्वारा की जाने वाली साइबर बुलिंग, फिशिंग आदि साइबर अपराधों की जानकारी दी। कार्यशाला में बताया कि वर्चुअल वल्र्ड के इन साइबर अपराधियों के सबसे ज्यादा सॉफ्ट टारगेट बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं होते हैं। चूंकि हम सभी काम ऑनलाइन करने के साथ-साथ सोशल मीडिया का भी ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। अत: साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन फाइनेंशियल काम करें। इसके सफलतापूर्वक संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एडीशनल डीसीपी का क्लब की ओर से सम्मान किया गया।
इंदौर
महिलाओं ने भी सीखी साइबर अपराधों की बारीकियां
- 03 Apr 2024