इंदौर। सुदामा नगर निवासी इंदु तिवारी की आत्महत्या के मामले में अन्नपूर्णा पुलिस ने पति गौरव तिवारी सहित आठ लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। आरोपित दहेज में कार लाने का दबाव बनाते थे। इंदु पर मायके वालों से बात करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। एक साल से उसका मोबाइल फोन ले लिया था।
32 वर्षीय इंदु ने बुधवार को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शुक्रवार को स्वजन ने शव रख कर नाराजगी जताई और कहा कि इंदु की हत्या की गई है। पुलिस ने देर रात स्वजन के कथन लिए। आरोपित पति गौरव तिवारी, ससुर हरीश तिवारी, सास प्रभा तिवारी, ननद चिंकी, ननद टीना, चाचा ससुर प्रदीप तिवारी, रिश्तेदार निक्की उर्फ अभय और चाची सास के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। एसीपी (अन्नपूर्णा) बीपीएस परिहार के मुताबिक, देर रात चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया। शेष आरोपितों की तलाश की जा रही है।
दरअसल, इंदु तिवारी के साथ गौरव मारपीट करता रहता था। ननद चिंकी और टीना भी विवाद कलह में शामिल होती थी। बुधवार को आत्महत्या के पूर्व भी मारपीट हुई थी। गौरव ने ससुर सुमन दीक्षित को कॉल कर अभद्रता भी की थी। रात में इंदु ने फांसी लगा कर जान दे दी। स्वजन इंदौर आए तो इंदु के चार साल के बेटे भरत उर्फ अद्विक ने बताया कि बुआ और पापा मम्मी के साथ मारपीट कर रहे थे। मां का गला दबा रहे थे। इसके बाद स्वजन आक्रोशित हो गए और आरोप लगाया कि इंदु की हत्या हुई है। इंदू की मामी शिवानी पांडे ने कहा कि सुदामा नगर में ही इंदु की बुआ सुषमा रहती है। इंदु की मौत के बाद गौरव ने ससुर को कॉल लगाया लेकिन सुषमा को खबर तक नहीं की, जबकि दोनों की शादी सुषमा के प्रयास से ही हुई थी।
इंदौर
महिला की आत्महत्या में 8 पर केस, दहेज में कार मांग परेशान करते थे, पति-ससुर
- 06 May 2023