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इंदौर

महू-सनावद, रतलाम अकोला रेल प्रोजेक्ट

  • 08 Oct 2021

51 फीसदी काम में लग गए 13 साल, 49 फीसदी 3 साल में होगा
महू के आगे काम दिवाली से शुरू करने की तैयारी
इंदौर। महू से सीधे जुड़े रतलाम- अकोला रेल मार्ग प्रोजेक्ट का 49 फीसदी बचा हुआ काम 3 साल में पूरा होगा। अब दिवाली से महू के आगे काम शुरू होने जा रहा है। इसकी हरी झंडी रेलवे मुख्यालय से मिल गई है। 5900 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में अब तक 51 फीसदी काम हुआ है हालांकि यह काम 13 साल में हुआ। मगर बचा हुआ काम 3 साल में पूरा होगा। कुल 472 किमी के गैज कन्वर्जन की तुलना में अभी तक 275 किमी का ही काम हुआ है। अब महू के आगे घाट सेक्शन की सर्वे रिपोर्ट आ गई है। बाकी के काम के लिए टेंडर जारी हों गए हैं। डिजाइन 15 अक्टूबर तक फ़ाइनल होगी। उसी के बाद काम शुरू होगा। फिलहाल अकोला से खण्डवा और खंडवा से ओंकारेश्वर के बीच काम चल रहा है। अब घाट सेक्शन महू का काम होना है।
दो बाधाएं पहले ही हट गईं
हालांकि प्रोजेक्ट की दो बड़ी बाधाएं पहले ही हट गई हैं। वन विभाग ने आधी यानी 50 फीसदी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। जबकि प्रोजेक्ट से जुड़ी तमाम तकनीकी बाधाओं पर क्लियरेंस मिल गया है। ऐसे में प्रोजेक्ट के रफ्तार पकडऩे की उम्मीद है।
सबसे जरूरी काम कौनसा है समझना जरूरी
इस प्रोजेक्ट में सबसे जरूरी हिस्सा महू से सनावद के बीच अब बनाया जा रहा है। वैसे टनल का डिज़ाइन तय हो गया था लेकिन वन विभाग की जमीनों का अधिग्रहण नहीं हो पा रहा था। अब कागजी कार्रवाई पूरी कर जमीन अधिग्रहण शुरू किया गया है। इसमें काफी सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। यह पूरा रतलाम से लेकर अकोला तक ऐसा रेल मार्ग है जो उत्तर भारत को दक्षिण भारत से जोडऩे में यात्रियों के कई घंटों की बचत करा सकता है। इस प्रोजेक्ट को कुल 837 करोड़ मिल चुके है। और रतलाम- महू बड़ी लाइन, सनावद- खण्डवा और आकोटअकोला खण्ड बड़ी लाइन मे तब्दील हो चुके हैं। रतलाम महू खण्ड पर बड़ी लाइन की गाडिय़ाँ भी चल पड़ी हैं। मगर आज भी बचे बाकी सेक्शन्स बन्द होने की वजह से इस मार्ग की जनता परेशान थी। अब उम्मीद जागी है कि इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। फिर रतलाम-अकोला नाम के इस पूरे रेल प्रोजेक्ट में आज भी महू-सनावद सेक्शन जुड़ जाए तो रतलाम खण्डवा लाइन पूरी होकर मध्य रेलवे की मुख्य लाइन दिल्ली भोपाल इटारसी भुसावल मुम्बई मार्ग से जुड़ जाएगी। रतलामइन्दौर- मुम्बई, रतलाम- इन्दौर- पुणे का अंतर कम से कम 200 किलोमीटर कम हो जाएगा।