इंंदौर। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना लर्न एंड अर्न शैली पर आधारित है। इससे प्रदेश के युवाओं को अपने कौशल में दक्ष होने के अवसर प्राप्त होंगे। पढ़ाई समाप्त होते ही युवाओं के पास अपने कौशल को निखारने का और साथ ही साथ पैसे कमाने का अवसर होगा। यह क्रांतिकारी योजना युवाओं को बैसाखी पर चलना नहीं, अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएगी। यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाएगी।
यह बात रविवार को भाजयुमो के प्रदेश नगर अध्यक्ष सौगात मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हमेशा युवाओं को ठगने का काम किया है। कभी बेरोजगारी भत्ते के नाम पर ठगा तो कभी ढोर चराने, ढोल बजाने के नाम पर ठगा। भाजपा सरकार ने युवाओं को हर क्षेत्र में नित नए अवसर देकर उन्हें सशक्त बनाया है। आज मप्र युवाओं के हुनर से आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की ओर कदम बढ़ा रहा है।
उन्होंने बताया कि भाजपा ने प्रदेश में लगातार युवाओं को सशक्त एवं समृद्ध करने के लिए कदम उठाए हैं, चाहे वह स्वरोजगार मेलों के माध्यम से स्वरोजगार उपलब्ध करवाने की बात हो चाहे युवा नीति के माध्यम से युवाओं के कल्याण की बात हो। सरकार ने हरसंभव युवाओं के हित को ध्यान में रखकर प्रयास किए हैं। इस योजना को लॉन्च करके मुख्यमंत्री ने युवाओं की बहुत बड़ी समस्या का निराकरण किया है। इस योजना से बारहवीं, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन सभी वर्ग के युवाओं को काम सीखने और कमाने का अवसर प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें 18 से 29 वर्ष के युवा इस योजना के लिए पात्र होंगे। शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई या उससे उच्च होगी। प्रशिक्षणार्थियों को मासिक रूप से 8 से 10 हजार रु. स्टायफण्ड के रूप में देने का प्रावधान है।
इंदौर
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना पर बोले नेता ... युवाओं को बैसाखी पर चलना नहीं, अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएगी सरकार
- 10 Jul 2023