अयोध्या. श्रीराम जन्मभूमि के गर्भगृह में रामलला अब विराजने ही वाले हैं. इससे पहले उनके पुजारियों और कर्मचारियों के साथ सेवादारों को बड़ा तोहफा मिला है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारियों और कर्मचारियों का पारिश्रमिक वेतन लगभग दोगुना कर दिया है. बता दें कि कोर्ट के फैसले से पहले अयोध्या में स्थल पर किसी भी कार्य को करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से परमिशन लेनी पड़ती थी, लेकिन ट्रस्ट बनने के बाद व्यवस्थाएं बदल गईं थीं.
पहले रामलला के अस्थाई मंदिर में भोग राग, पूजा पाठ के साथ स्ट्रक्चर में किसी भी तरह के बदलाव के लिए अनुमति जरूरी थी. तत्कालीन फैजाबाद (अब अयोध्या) मंडल के मंडलायुक्त को सुप्रीम कोर्ट की ओर से परिसर का रिसीवर बनाया गया था. इसी के साथ प्रशासन की तरफ से एक मजिस्ट्रेट नियुक्त था, जो मंदिर के चढ़ावे पर नजर रखता था. उसे काउंटिंग कराकर बैंक में जमा करा देता था. मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों का वेतन भी प्रशासन द्वारा तय किया गया था. इसमें भी किसी भी प्रकार के बदलाव के लिए सुप्रीम कोर्ट की अनुमति जरूरी थी.
साभार आज तक
उत्तर-प्रदेश
मंदिर ट्रस्ट ने अयोध्या में रामलला के पुजारी और सेवादारों kr डबल कर दी सैलरी
- 03 May 2023