"वन स्टॉप सैंटर (सखी) ने ऐसा ही एक मामला, सूलझाया पति पत्नी के बीच पाटी दूरियां"
इन्दौर। आज के समय में जहां मोबाइल फोन होना जरूरत बन गई है, वहीं यह कारण बन रहा है रिश्ते टूटने का।
ऐसे ही एक मामले में एक युवती ने वन स्टॉप सेंटर पर आवेदन दिया कि पति मारपीट करता है, बच्चे का और मेरा खर्च नहीं उठाता, में मां बाप के पास रह रही हूं , या तो मुझे लिखा पढी करके घर ले जाएया फिर मुझे भरण पोषण दिलवाया जाय।
जब पति को केंद्र पर बुलाया गया तब कुछ अलग ही कहानी सामने आई।पति का आरोप था की पत्नी गलत बातों में लग गई है, किसी गैर मर्द से बात करती है साथ ही किसी बचपन के दोस्त से भी बातें करती है। पहले तो पति को समझाया गया की किसी से फोन पर बात करना गलत नही है, फिर तुम्हे पत्नी गलत क्यों लगती है?पूछने पर उसने बताया की कई दिनों से ये सिलसिला जारी है, समझाया भी पर इसे समझ नही आया। हमारा ५ साल का बेटा है मैं भी फैक्ट्री में काम करता हूं,मुझे कोई शराब की आदत भी नहीं फिर इसे क्या समस्या है?तब मामले की सच्चाई मालुम होने पर प्रशासक डा. वंचना सिंह परिहार जी से अनुमति लेकर परामर्शदात्री अल्का फणसे द्वारा उसके पति को कहकर पत्नी की सीडीआर जमा करवाई गई, जिसका विश्लेषण करने पर ज्ञात हुआ कि युवती रात बेरात अपने दोस्त से, और दिन मे कई कई बार एक इलेक्ट्रीशियन से लंबी बात करती रही है।मामले की गंभीरता को देख युवती की काउंसलिंग की गई, पति द्वारा पत्नी को महत्त्व ना दिया जाने का मुल कारण पत्नी का दुसरें युवकों से बात करना समझ आया।हालांकि युवती उनसे मिलती भी नहीं थी। युवती के साथ लंबे सत्र के बाद कुछ बातों के लिए पति को भी समझाइश दी गई।युवती के मित्र को भी बुलाकर समझाया गया।कुछ दिन बाद दोनों को द्वितीय काउन्सलिंग सत्र के लिए बुलाया गया और सभी मसलों का हल निकाल , युवती को सही ग़लत की समझाइश दी गई, दोनों का साथ जाना तय हुआ, इसी दौरान पूछताछ में ज्ञात हुआ की जो दूसरा व्यक्ति है वो पति पत्नी को फोन लगाकर परेशान कर रहा है, तब डा. वंचना परिहार ने एक बार उसको समझाइश दी, और नहीं सुधरने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही तब आखिरकार मामला खत्म हुआ। दोनों पति-पत्नी सहर्ष साथ साथ वन स्टॉप सेन्टर से रवाना हुए।और अब खुशी से साथ रह रहे हैं।
इंदौर
मोबाईल फोन, सोशल मीडिया बन रहा रिश्तों के बीच दरार का कारण
- 04 Oct 2021