आज कार्यकर्ताओं के बयान लेंगे एडीजी
इंदौर। बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज के मामले में एडीजी विपिन माहेश्वरी के इंदौर पहुंचने के बाद जांच शुरू हो गई। पुलिस के लाठीचार्ज में हिन्दू संगठन के कई पदाधिकारी घायल हुए हैं। राजेश बिंजवे तो अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी से करवाने की बात कही,उसके बाद एडीजी विपिन माहेश्वरी इंदौर पहुंचे। उन्होंने पुलिस अफसरों के बयान ले लिए हैं। सोमवार को हिन्दू संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के बयान होंगे।
लाठीचार्ज के दूसरे ही दिन मामले में पलासिया थाना प्रभारी संजयसिंह बैस और डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया पर कार्रवाई हो चुकी है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज करने से पहले एडीजी विपिन माहेश्वरी ने तत्कालीन डीसीपी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया और एडिशनल डीसीपी राजेश राजेश रघुवंशी के साथ घटनास्थल पर मौजूद सभी थाना प्रभारियों के बयान दर्ज किए है। एडीजी ने पुलिस टीम से ये भी सवाल किया है कि तीन घंटे तक प्रदर्शन होता रहा इस दौरान हालात पर काबू क्यों नहीं किया गया। आखिरकार लाठीचार्ज की स्थिति क्यों निर्मित हुई। इस दौरान अफसर तरह तरह के तर्क देते नजर आए।
11 लोग दर्ज कराएंगे बयान, एक अभी भी भर्ती
मामले को लेकर एडीजी सोमवार को दोपहर हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं के बयान लेंगे। 12 लोगों की सूची दी गई थी। सभी को नियमानुसार लिखित में पत्र दे दिए गए हैं। संभावना है कि इस मामले में हिन्दू संगठन के 11 लोग बयान देने पहुंच जाएंगे। राजेश बिंजवे के अस्पताल में भर्ती होने के कारण वे बयान देने नहीं जा पाएंगे। संभावना है कि अस्पताल में ही उनके बयान दर्ज किए जाएं क्यों कि एडीजी को जल्द ही मामले की रिपोर्ट तैयार करना है।
अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी हो सकती है कार्रर्वा
इस रिपोर्ट के बाद कुछ पुलिसकर्मियों पर और गाज गिरने की संभावना है। दरअसल चक्का जाम और लाठी चार्ज के मामले में हिन्दू संगठन का कहना है कि डीसीपी धर्मेन्द्र भदौरिया, एसीपी पूर्ति तिवारी,टी आई पलासिया संजयसिंह बैस, टी आई संयोगितागंज तहजीब काजी, टी आई तुकोगंज कमलेश शर्मा, टी आई एमजी रोड संतोष यादव ,टी आई छोटी ग्वालटोली राकेश मोदी, थाना संयोगितागज प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी एवं इन समस्त थाने के उपस्थित स्टाफ ने दुर्भावनापूर्वक गाली गलौज करते हुए हमला किया था। इनके खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि मामले की जांच पूरी होने के बाद इन पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
इंदौर
मामला बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का ... पुलिस अधिकारियों के हुए बयान
- 19 Jun 2023