रीवा-श्योपुर में सबसे अधिक; अप्रैल में भी बेमौसम बारिश के आसार
भोपाल। मार्च महीने में एक्टिव हुए 6 वेदर डिस्टर्बेंस ने मध्यप्रदेश में 3 गुना बारिश करा दी। अमूमन इस महीने तेज गर्मी शुरू हो जाती है, लेकिन बेमौसम बारिश से मौसम ठंडा रहा। वहीं, मार्च में होने वाली बारिश के आंकड़े में भी बढ़ोतरी करा दी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च के महीने में प्रदेश में एवरेज 7 मिमी बारिश ही होती है, लेकिन अबकी बार 21.6 मिमी बारिश हो गई। सबसे ज्यादा बारिश रीवा में डेढ़ इंच से ज्यादा हुई। श्योपुरकलां में सामान्य से 10 गुना बारिश अधिक हो गई। भोपाल, शिवपुरी, सिंगरौली, अशोकनगर भी ज्यादा बारिश वालों जिलों में शामिल रहे।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 मार्च से प्री-मानसून की एक्टिविटी शुरू हो जाती है, जो 31 मई तक जारी रहती है। इसके बाद मानसून की एंट्री प्रदेश में हो जाती है। मार्च में सामान्य बारिश का आंकड़ा 7 मिमी ही है, लेकिन पहले ही सप्ताह से पश्चिमी विक्षोप (वेदर डिस्टर्बेंस) प्रदेश में एक्टिव हो गए। अब तक 6 पश्चिमी विक्षोप आ चुके हैं। इस कारण प्रदेश में सामान्य से लगभग तीन गुना बारिश हो चुकी है।
श्योपुरकलां जिले में तो सामान्य से 1052% तक बारिश ज्यादा हुई।
उन्होंने बताया कि पिछले 10 साल में कई बार मार्च में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। वर्ष 2020 में भी प्रदेश में ज्यादा बारिश दर्ज हुई थी। इसके बाद अब पानी बरसा है। अबकी बार खास यह रहा कि एक्टिविटी लंबे समय तक रही। ओलावृष्टि और तेज आंधी भी चली।
भोपाल
मार्च में वेदर डिस्टर्बेंस ने कराई 3 गुना ज्यादा बारिश
- 29 Mar 2023