200 टैंकर बुझा रहे है प्यास, पिछली गर्मी में निगम ने 400 टैंकर चलाए थे
जरुरत पड़ी तो किराय पर लेकर टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाएंगी
इंदौर। मार्च माह में मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। होली के बाद तापमान में तेजी से बढ़ने के कारण गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। इंदौर में बुधवार को तापमापन 38.8 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं सूरज की तपन ने लोगों को बेहाल कर दिया। यह स्थिति प्रदेश के लगभग सभी जिलों में रही और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। तेजी से बढ़ती गर्मी को देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले दो दिनों में प्रदेश के कई जिलों में पारा 40 डिग्री तक जा सकता है.। बढ़ती गर्मी के बीच नगर निगम अफसरों के दावे पानी मांगने लगे हैं। शहर में कई क्षेत्रों में जल संकट की स्थिति बन रही है और पानी सप्लाय के लिए नगर निगम में ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या भी बढ़ने लगी है। पहले जहां निगम और ठेके के मिलाकर छोटे-बड़े 130 टैंकर चलते थे, वहीं अब इनकी संख्या 200 के आसपास पहुंच गई है।
दावा था पानी की कमी नहीं होगी
शहर में नर्मदा के तीन तरण आ गया है। अब चौथा चरण का पानी लाने के लिए पिछले दिनों हुई मेयर-इन- कौसिंल की बैठक में संकल्प पारित हो गया है। नर्मदा का तीसरा चरण आने के बाद निगम जलप्रदाय विभाग के अफसरों ने दावा किया था कि शहर में न तो पानी की कमी होगी और न ही ठेके पर टैंकर चलाने की जरूरत पड़ेगी। यह दावा फेल हो गया। हर वर्ष गर्मी में ठेके पर टैंकर लगाकर जलापूर्ति करना पड़ती है।
ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या और बढ़ी
बदलते मौसम के चलते धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगी है। इसके साथ ही निगम ने शहर में ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या बढ़ाना शुरू कर दिया गया है। पिछले महीने जहां निगम के 80 और ठेके के 50 मिलाकर 130 टैंकर चल रहे थे, वहीं अब ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या 70 और बढ़ गई है। इस तरह निगम और ठेके के मिलाकर टैंकरों की संख्या 200 के आसपास पहुंच गई हैं, जबकि गर्मी के तीखे तेवर दिखाना टैंकर लेकर पिछले अभी न टेंकर है? का रेट पर वार्षिक के लेकरबाकी है।
आचार संहिता के बाद टैंकरों के टेंडर
इधर, ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या अभी से बढ़ने के सवाल पर वर्कशॉप विभाग के अफसरों का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में जलापूर्ती की समस्या है। इसके लिए प्रायवेट टैंकर चल रहे हैं। टैंकर लगाने को नए रेट तय करने को लेकर दिनों टेंडर जारी होने और आने के बावजूद ठेके पर किस हिसाब से चलाए जा रहे वर्कशॉप विभाग के अफसरों कहना है कि टैंकरों को पुराने लगाया जा रहा। नई दर के लिए जारी टैंकर टेंडर लोकसभा चुनाव को लगी आचार संहिता खत्म होने के बाद खुलेंगे। इसमें समय लगेगा। ऐसे में गर्मी में लोगों को पानी की किल्लत न झेलना पड़े। इसके लिए पुराने रेट पर ही टैंकर चलाए जा रहे हैं।
जलापूर्ति की व्यवस्था पर सवालिया निशान
मालूम हो कि शहर में पानी की किल्लत दूर करने के लिए निगम टैंकर तो दौड़ाता है मगर लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत वहा पर होती है जहा पर नर्मदा नहीं और लोग बोरवेल के भरोसे रहते हैं। इतना ही नहीं कई वार्डो में पार्षदों का टैंकर पर कब्जा हो जाता है। जिनके हिसाब से पानी बंटता और आम जनता पानी मिलने का इंतजार ही करते रह जाते हैं। ऐसे में निगम की टंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था पर सवालिया निशान और जिम्मेदार अफसरों की कार्यशैली पर अंगुली उठती रहती है किंतु व्यवस्था नहीं सुधरती है।
दो साल बाद ऐसी गर्मी
मौसम विभाग के मुताबिक मार्च माह में दो साल बाद मार्च में इतनी तेज गर्मी महसूस हो रही है। वर्ष 2023 में 30 मार्च को पारा 36.3 डिग्री और 2022 में 38.7 डिग्री के उच्चतम स्तर पर गया था, जबकि होली के बाद से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान में वृद्धि का दौर जारी है और दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म होने लगी है। बुधवार को इंदौर में दिन का तापमान 38.8 डिग्री दर्ज किया गया. यह सामान्य से 2 डिग्री अधिक रहा, वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी 22.8 डिग्री तक पहुंच गया। इसी प्रकार प्रदेश के अन्य जिलों में भी पारा 38 डिग्री के आसपास ही रहा।
इसलिए तेजी से बढ़ रहा तापमान
मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती के मुताबिक अब दिन लंबे होने लगे है और हवा की दिशा अब दक्षिण-पश्चिम हो गई है जिसकी वजह से हवा में गर्माहट महसूस हो रही है। वहीं रात में भी हल्के बादल छाए होने की वजह से न्यूनतम तापमान इतना ज्यादा रिकॉर्ड हो रहा है.इंदौर में 28 व 29 को पारा 40 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। 29 मार्च को उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। उसके असर से 30 मार्च के आसपास तापमान में गिरावट होगी।