भोपाल। अभी तो बारिश का सीजन आया ही नहीं है और प्रदेश के कई जिलों में मौसम का सितम देखने को मिल रहा है, जिसका सीधा असर जनजीवन पर पड़ रहा है। दरअसल चौथा वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में आंधी - पानी का दौर शुरू हो गया है। पिछले 24 घंटे में गुना, रीवा और छिंदवाड़ा में 1 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल में सोमवार तड़के 3 बजे तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी में 50्यद्व की रफ्तार से हवा चली। जगह-जगह पेड़ टूटकर गिरे। बिजली के तार टूटने से शाजापुर शहर अंधेरे में रहा। काफी देर बाद बिजली आई।
मध्यप्रदेश में 28 मई से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार को भोपाल, ग्वालियर, सागर और चंबल में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल संभाग में भी मौसम बदला रहेगा।
श्योपुरकलां, गुना, राजगढ़, विदिशा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, सागर, शाजापुर, डिंडोरी, आगर-मालवा और सिवनी में ओले गिरने की आशंका है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से सिस्टम और भी मजबूत हुआ है। इस कारण बारिश, ओले और आंधी का सिलसिला चल रहा है।
तीन सिस्टम पहले से एक्टिव
प्रदेश में पहले से तीन सिस्टम एक्टिव हैं। रविवार से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने से मौसम और बदल गया है। रविवार दोपहर से ही तेज हवाओं और बारिश का दौर शुरू हो गया था। उज्जैन, सीहोर, रायसेन, गुना समेत कई जिलों में आंधी चली। तेज बारिश हुई, तो कई जगह ओलावृष्टि भी हुई।
नौतपा में बारिश, तापमान में उछाल नहीं
25 मई से नौतपा की शुरुआत हो गई। रविवार को नौतपा को शुरू हुए चार दिन हो गए। इन चारों दिन में पानी गिरा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सीहोर, विदिशा, उज्जैन समेत प्रदेशभर में मौसम बदला सा रहा। कहीं तेज हवा चली तो कहीं बारिश और ओले गिरे। इस कारण दिन के तापमान में उछाल नहीं है।
ओले-बिजली गिरते समय सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ओले और आकाशीय बिजली गिरते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है।
घर के अंदर रहे। खिड़कियां बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
सुरक्षित आश्रय लें। पेड़ों के नीचे शरण न लें।
इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।
तूफान के दौरान नदी, तालाब से बाहर निकल जाए।
इस बार मई रहा ठंडा
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि मार्च से मई तक प्री-मानसून एक्टिविटी रहती है। मार्च और अप्रैल के बाद मई में भी बारिश, ओले और तेज हवा का दौर चल रहा है। मौजूदा सिस्टम की वजह से मौसम ठंडा है। ज्यादातर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्री से नीचे ही है, जबकि मई के आखिरी दिनों में तेज गर्मी पडऩे का ट्रेंड है। पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो ग्वालियर में 47 और भोपाल में तापमान 46 डिग्री के पार पहुंच जाता है। इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत बाकी शहर भी गर्म रहते हैं, लेकिन अबकी बार तापमान 40 डिग्री के आसपास ही है।
भोपाल
मौसम का सितम- गुना, रीवा, छिंदवाड़ा में 1 इंच से ज्यादा बरसात, भोपाल में तेज बारिश हुई; ग्वालियर-चंबल में अलर्ट, 12 जिलों में ओले गिरने का पूर्वानुमान
- 29 May 2023