3 महीने में नहीं बिके, उससे ज्यादा 10 दिन में बिक गए
इंदौर। तीसरी लहर ने इंदौर में मास्क-सैनिटाइजर की बिक्री में उछाल ला दिया है। पिछले 3 महीने (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) में जितने मास्क-सैनिटाइजर नहीं बिके, उससे ज्यादा तो दिसंबर के आखिरी 5 दिन और जनवरी के शुरूआती 5 दिन में बिक गए। दवा बाजारों में थोक कारोबारियों का दावा है कि उनके पास सैनिटाइजर, मास्क और हैंड ग्लव्स का भरपूर स्टॉक है।
दवा बाजार के वाइस प्रेसीडेंट धर्मेंद्र कोठारी के मुताबिक 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान हर दिन औसत 25 लाख रुपए रोज के मास्क-सैनिटाइजर की बिक्री होती थी। अभी बिक्री फिर से बढ़ी है। तीन महीने से बिक्री न के बराबर थी। पिछले तीन महीने में जितने मास्क-सैनिटाइजर नहीं बिके, उतने 10 दिन में बिक गए। इंदौर में 300 बड़ी-छोटी दुकानें ऐसी हैं, जिनके पास मास्क-सैनिटाइजर का स्टॉक है। थ्री लेयर मास्क का थोक बाजार में एक पैकेट 200 रुपए का है। 100 मास्क आते हैं। कपड़े का मास्क 5 रुपए से लेकर 500 रुपए तक में मिल जाएंगे। बात की जाए, सैनिटाइजर की तो 50 एमएल बोतल की कीमत 20 रुपए है। स्प्रे बोतल लेने पर यही कीमत 5 रुपए बढ़ जाती है ।
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का भी स्टॉक
दूसरी लहर के बाद से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिमांड एकदम से बढ़ी थी। तब सप्लाई भी काफी कम हो रही थी, ऐसे में दूसरी लहर के बाद से लगातार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व्यापारियों ने बुलवाई। अभी सभी दुकानों पर भरपूर स्टॉक है। 5 लीटर से 10 लीटर तक का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बाजार में है। 25 हजार से लेकर 75 हजार तक कीमत है।
इंदौर
मास्क व सेनेटाइजर की पूछ परख बढ़ी
- 07 Jan 2022