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युद्ध में अगले 24 घंटे अहम

  • 28 Feb 2022

बेलारूस ने रूस को दी अपनी जमीं से परमाणु हमला करने की अनुमति के बाद उठ रहे सवाल
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है और अब परमाणु हमले की आशंका भी पैदा हो गई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को परमाणु हमले का भय दिखाया है। पुतिन ने परमाणु हथियार संभालने वाले बल को हाई अलर्ट पर करने का आदेश दिया है। ताजा खबर यह है कि परमाणु हमले की योजना में बेलारूस पूरी तरह से रूस की मदद कर रहा है। बेलारूस ने परमाणु निरपेक्षता संधि तोड़ते हुए रूस को इस बात की अनुमति दे दी है कि पुतिन अपनी परमाणु मिसाइलों को बेलारूस में तैनात कर दें और जरूरत पडऩे में वहीं से यूक्रेन पर हमला बोल दे। इसके बाद दुनिया में परमाणु युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
बता दें, आखिरी बार 1945 में जाना के हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम गिराए गए थे और भारी तबाही मची थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने देश के लिए अगले 24 घंटे अहम बताए हैं। पुतिन ने परमाणु हथियारों को अलर्ट पर रखा तो अमेरिका भी हरकत में आ गया। अमेरिका ने अपनी स्ट्रैटजिक मिसाइलों को अलर्ट पर रखा है। इनमें सुपरसॉनिक मिसाइलें हैं और परमाणु हमले भी किए जा सकते हैं। अमेरिका ने परमाणु हथियारों को अलर्ट पर लाने के रूसी कदम को खतरनाक करार देते हुए अस्वीकार्य बताया है। साथ ही चीन से भी निंदा करने के लिए कहा है। नाटो ने रूस के कदम को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए कड़ी निंदा की है। इस बीच यूरोपीय यूनियन (ईयू) के 27 देशों और कई अन्य ने रूसी विमानों के लिए अपना आकाश बंद करने का एलान किया है। साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और ईयू ने व्यापार भुगतान प्रणाली स्विफ्ट से रूसी बैंकों को बाहर करने की घोषणा की है। पुतिन के खास बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगने से तीसरे विश्व युद्ध छिडऩे का खतरा जताया है।
रविवार को बेलारूस में रूस के बिना शर्त वार्ता के प्रस्ताव को शुरू में नकारने के कुछ घंटे बाद यूक्रेन बात करने को राजी हो गया और अपना प्रतिनिधिमंडल भेज दिया। दोनों देशों की वार्ता यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर प्रिपयात नदी के किनारे होगी। इससे पहले रूस ने वार्ता के दौरान हमले न रोकने का एलान किया था लेकिन बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंकों ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात कर यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया।
जेलेंस्की ने कहा है कि वह देश में शांति पुन: स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने वार्ता न करने पर यूक्रेन को भारी खूनखराबे की चेतावनी दी थी। पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि पश्चिमी देश प्रतिबंध लगाकर आर्थिक क्षेत्र में रूस के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। पुतिन ने अपने संबोधन में नाटो के आक्रामक बयानों का भी जिक्र किया। पुतिन की इस चेतावनी और अप्रत्याशित रुख को यूक्रेन में उनकी सेना को मिल रहे कड़े प्रतिरोध और लगातार बढ़ रहे प्रतिबंधों से उपजी बेचैनी का परिणाम माना जा रहा है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नाफ्ताली बेनेट ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर वार्ता कर मध्यस्थता की पेशकश की है। अमेरिका के खास इजरायल के प्रस्ताव पर अभी रूस की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की हत्या करना चाहते हैं पुतिन, कीव में भेजे 400 आतंकी
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का सोमवार को पांचवां दिन है। शुरू में लग रहा था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति और वहां की सेना जल्दी घुटने टेक देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यूक्रेन की जनता भी अब युद्ध के मैदान में उतर चुकी है। ताजा खबर ब्रिटेन के अखबार द टाइम्स से आ रही है। द टाइम्स ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की हत्या के आदेश दिए हैं। आगे आरोप है कि इसको अंजाम देने के लिए रूस ने अपने 400 आतंकियों को यूक्रेन की सीमा में भेजा है। ये कथित आतंकी कीव तक पहुंच चुके हैं।  
गैस पाइपलाइन और आयल टर्मिनल पर हमले
खार्कीव में घुसे रूसी सैनिकों से रविवार को पूरे दिन यूक्रेन के सैनिक भिड़े रहे। भारी खूनखराबे और नुकसान के बाद शाम को यूक्रेनी सेना रूसी सैनिकों को बाहर करके खार्कीव को बचाने में कामयाब रही। लड़ाई के दौरान रूसी सैनिकों के हमले में गैस की मोटी पाइपलाइन फट गई है। इससे बड़े इलाके में आग फैल गई है। इससे पर्यावरण को बड़े नुकसान का खतरा जताया गया है। रीजनल गवर्नर ओलेह साइनेगुबोव ने खार्कीव पर पूरा नियंत्रण होने की बात कही है। एक अन्य शहर वैसिलकीव के आयल टर्मिनल में रूस के मिसाइल हमले से आग लग गई। इससे आग की ऊंची लपटें उठ रही हैं और उसका धुआं आसमान पर छा गया है। पता चला है कि रूसी सेना अब यूक्रेन के बंदरगाहों और तेल भंडारों को निशाना बना रही है। इससे वह यूक्रेन को ठप कर देना चाहती है।
कड़े प्रतिरोध का सामना कर रही रूसी सेना
राजधानी कीव के घिरने की खबर है। वहां पर चारों दिशाओं और आसमान से लगातार हमले हो रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने राजधानी नहीं छोडऩे का एलान किया है और नागरिकों से देश को बचाने के लिए युद्ध में कूदने का आह्वान किया है। यूक्रेन का मेलिटोपोल शहर शनिवार को रूसी सेना के कब्जे में चला गया था। रविवार को देश के सभी शहरों में रूस और यूक्रेन के सैनिकों के बीच भीषण संग्राम जारी रहा। लड़ाई में नागरिक भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसके कारण हर शहर में रूसी सैनिकों को कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन से बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और विदेशी नागरिकों का पलायन जारी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार अभी तक 3,68,000 से ज्यादा लोग यूक्रेन से पलायन कर चुके हैं। वास्तविक संख्या इससे ज्यादा बताई जा रही है।