कोविड के चलते आयोजन में कुछ बदलाव, 24 से महोत्सव
इंदौर। वैसे तो इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। यहां सैकड़ों भक्त भगवान हनुमान के दर्शन करने आते है। हर साल भक्तों को मंदिर से निकली वाली प्रभातफेरी का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस साल भी यह प्रभातफेरी कड़ाके की ठंड के बीच धूमधाम और पूरे उत्साह के साथ निकाली जाएगी। लेकिन इस बार प्रभातफेरी के मार्ग में कुछ बदलाव किया गया है। कोविड के चलते यह प्रभातफेरी चौड़े रास्तों से होकर गुजरेगी।
चार दिनी रणजीत अष्टमी महोत्सव की शुरूआत 24 दिसंबर से होगी। 24 तारीख को कलेक्टर मनीष सिंह सुबह 11 बजे मंदिर में ध्वजारोहण करेंगे। 25 दिसंबर को मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाएगा। शाम 6 बजे से इसकी शुरूआत होगी। जिसमें सैकड़ों भक्त हजारों दीपक मंदिर में लगाएंगे। साथ ही भगवान का भव्य श्रृंगार होगा। 26 दिसंबर को सुबह 11 बजे मंदिर में विग्रह प्रतिमा का अभिषेक व पूजन किया जाएगा और रक्षा सूत्रों की सिद्धि की जाएगी। इसके बाद 27 तारीख को मुख्य आयोजन होगा। सुबह 5 बजे मंदिर परिसर से भगवान रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी निकाली जाएगी।
8 साल बाद बदला यात्रा का मार्ग, छोटा भी हुआ
मंदिर के पुजारी पंडित दिपेश व्यास की माने तो प्रभातफेरी निकालने का यह 134 वां साल है। प्रभातफेरी निकालने की यह परंपरा आज तक नहीं थमी है। कोविड काल में भी मंदिर परिसर में प्रभातफेरी निकालकर इस परंपरा का निर्वहन किया गया है। इस बार कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए कुछ नियमों का पालन करते हुए प्रभातफेरी निकाली जाएगी। 8 साल बाद यात्रा मार्ग में परिवर्तन किया गया है। इस बार यात्रा मंदिर प्रांगण से शुरू होकर महूनाका, महूनाका से अन्नपूर्णा रोड होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर से नरेंद्र तिवारी मार्ग। नरेंद्र तिवारी मार्ग से होते हुए प्रभातफेरी मंदिर परिसर पहुंचेगी। देखा जाए तो यह नया मार्ग थोड़ा छोटा है। क्योंकि इसके पहले प्रभातफेरी छोटी-छोटी गलियों से भी गुजरती थी। खास बात यह है कि इस बार भगवान का रथ कहीं भी पूजन के लिए नहीं रोका जाए ये प्रयास किया जाएगा। इसके लिए भक्तों से भी अपील की गई है।
रणजीत हनुमान मंदिर में वैसे तो अधिकांश व्यवस्था यहां से जुड़े भक्तों द्वारा संभाली जाती है। लेकिन रणजीत अष्टमी महोत्सव में 350 से ज्यादा सक्रिय भक्तों की 7 टीमें बनाई गई है। इसमें प्रत्येक टीम में 22 से 25 भक्तों को रखा गया है। मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए भक्तों से अपील की है कि वे प्रभातफेरी में शामिल होने के बजाए सोशल मीडिया से माध्यम से बाबा के दर्शन करें और प्रभातफेरी का लाइव टेलीकास्ट देखे।
इंदौर
रणजीत अष्टमी पर इस साल भी होगा परंपरा का निर्वहन
- 22 Dec 2021