इंदौर। राजवाड़ा गोपाल मंदिर, इमामबाड़ा व कानूनगो बाखल के फुटपाथ व सड़क पर बैठने वाले व्यापारियों व दुकानदारों के बीच कभी भी संघर्ष हो सकता है। सस्ते और महंगे सामान बेचने की प्रतिस्पर्धा इसकी वजह है। इमामबाड़ा क्षेत्र में सड़क पर बैठने वालों के पास साड़ी, कपड़े, कटपीस, स्टील के बर्तन गोटा किनारी सहित तमाम सामान सस्ते में बिकता है। ये फुटपाथ वाले व्यापारी माल कहां से लाते हैं यह भी खोजबीन का विषय है। यहां सूरत रतलाम के कपड़कों से लेकर कंजर कटिंग तक का माल ओने पौने भाव में बिकता है। इन फुटपाथ वालों की वजह से राजवाडे के शोरूम व्यापारियों के धंधे व मुनाफे पर बड़ा असर पडा है। कई दुकानदारों का कहना है कि उनका दुकान का खर्चा, नौकरों का वेतन व चाय पानी का खर्चा तक निकालना मुश्किल हो गया है। गोपाल मंदिर के चारों तरफ लगने वाले इस हाटनुमा सड़क बाजार में खरीददारी करने न केवल इंदौर के दूर दराज इलाकों से लोग आते हैं बल्कि धार, देवास, सोनकच्छ, कमलापुर, बागली, झाबुआ, उज्जैन, शाजापुर तक के लोग भी यहां खरीद करने आते हैं। बाजार में इतनी भीड़ पड़ती है कि कोरोना महामारी की गाइड लाइन का पालन हो ही नहीं सकता। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने जैसे नियमों की धज्जियां उड़ती है।
इन फुटपाथ व्यापारियों को बसाने के लिए हाकर्स झोन बनाया जाना चाहिए ताकि राजवाडा को स्मार्ट इलाका बनाने में कोई दिक्कत न हो लेकिन नगर निगम हाकर्स झोन के लिए जगह कहां से लाए। हाकर्स झोन शहर की सघन बस्ती से दूर बनाने पर ये व्यापारी वहां जाना नहीं चाहेंगे। इतवारिया बाजार के हाट मैदान में मल्टी स्टोरी हाकर्स झोन बनाकर इन्हें बसाया जा सकता है। दुकाने दी जा सकती है लेकिन वहां तो हाट बाजार के ओटले बन गए हैं। वहां भी राजवाडा की तरह ही समस्या है कि हाट मैदान गुण्डों के कब्जे में है।
इंदौर
राजवाड़ा में फुटपाथ व्यापारी व दुकानदार आमने-सामने, हाकर्स झोन नहीं बनाने से संघर्ष की नौबत
- 05 Aug 2021