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इंदौर

रुद्राक्ष महोत्सव मामले में फिर सामने आए विजयवर्गीय

  • 04 Mar 2022

प्रशासन ने अपनी गलती मानी, धर्म की जय हो!
इंदौर। सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर प्रशासन ने भले ही माफी मांग ली हो पर सियासत अभी खत्म नहीं हुई है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रशासन के माफी मांगने के बाद गुरुवार को धर्म की जय हो लिखकर फिर ट्वीट किया। उनके इस ट्वीट से जाहिर है कि वे भी हार्ड हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। दरअसल उन्होंने कार्यक्रम खत्म होने की सूचना को भी इज्तिमा से जोड़कर प्रशासन पर सवाल उठाए थे।
गुरुवार को प्रशासनिक अफसरों के पं. प्रदीप मिश्रा से माफी मांगने के बाद एक बार फिर विजयवर्गीय ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि सनातन धर्म में व्यास पीठ का मान-सम्मान-स्थान सर्वोच्च है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सीहोर जिला प्रशासन ने व्यासपीठ से माफी मांगकर गलती स्वीकारी है। धर्म की जय हो। शिवरात्रि के एक दिन पहले सोमवार को कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अधिक भीड़ के कारण रुद्राक्ष महोत्सव कार्यक्रम निरस्त कर दिया था। वहां केवल शिव पुराण ही चलने की बात कही थी। इसे लेकर विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि इस मामले में प्रशासनिक अमले की बड़ी चूक है। जब प्रशासन को जानकारी थी तो व्यवस्थाएं क्यों नहीं जुटाई गई। विजयवर्गीय ने कहा था कि भोपाल में आयोजित होने वाले इज्तिमा में भी इसी तरह की भीड़ जुटती है, मंत्रियों की गाडिय़ां फंसती हैं पर कभी आयोजन निरस्त नहीं होता। कार्यक्रम के निरस्त होने की सूचना मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट किया था। लिखा था कि 7 दिवसीय महा आयोजन को दबाव डालकर पहले ही दिन स्थगित कर दिया गया। क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं संभालने में असफल साबित हुआ। आयोजन पर उठ रहे सवालों को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि अफवाह क्यों फैला रहे हो माननीय... कथा यथावत चल रही है। कथा बंद नहीं की गई है। सिर्फ रुद्राक्ष महोत्सव में थोड़ा फेरबदल करना पड़ा है।