इंदौर। पिछले एक सप्ताह से शहर समेत समूचे मालवा निमाड़ में रिमझिम बारिश का दौर जारी है। इस बारिश ने शहर को भिगो दिया है लेकिन इससे अभी भी बारिश का कोटा पूरा नहीं हुआ है। हालाकि इस बारिश को फसलों के लिए काफी लाभदायक बताया जा रहा है क्योंकि सोयाबीन समेत अन्य फसलें अब खेतों में लहलहाने लगी है तथा ऐसी बारिश से इन फसलों को काफी फायदा मिल रहा है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर ऐसी बारिश होती रहेगी तो इस बार फसल काफी अच्छी होगी।
मालवा-निमाड़ में करीब एक हफ्ते से हो रही रिमझिम से भले ही अगस्त का कोटा पूरा नहीं हुआ हो, लेकिन सोयाबीन की फसल लहलहा गई है। फसलों में फूल आने के साथ कई क्षेत्रों की फसलों में फलियां भी बनना शुरू हो गई है। कुछ क्षेत्रों में फसलों में इल्लियां जरूर हो गई हैं, लेकिन एक्सपर्ट का दावा है कि इससे अभी फसलों को नुकसान नहीं है। किसान समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करते रहें, तो प्रकोप की स्थिति नहीं बनेगी। वैसे अभी फसलों से पूरी तरह से उत्पादन देने में एक महीने से ज्यादा है। अगर इस तरह की बारिश भी होती रही, तो इस बार काफी अच्छा उत्पादन होने की संभावना है।
देरी से आने से मुरझा गए थे चेहरे
इस बार मानसून देरी से आने से शुरूआत में किसानों के चेहरे मुरझाए थे, लेकिन 15 दिन से अलग-अलग दौर में रुक-रुककर बारिश हुई, तो फिर अब लगातार रिमझिम ही चल रही है। इसके चलते खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर में जहां 7 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी हुई है, वहां अच्छे हालात हैं। इधर, सेमल्या चाऊ, घाटा बिल्लौद, धार, आष्टा, माचकदा आदि हिस्सों में भी फसलें लहलहा रही हैं। कुछेक क्षेत्रों में जरूर इल्लियां लगना शुरू हो गई हैं, जिससे किसान चिंतित हैं, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बिल्कुल सामान्य लक्षण हैं।
इंदौर
रिमझिम बारिश फसलों के लिए भी बन रही वरदान, शहर वासियों को भी उमस से मिली राहत
- 09 Aug 2021