इंदौर। स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की परीक्षा देने वाले दो हजार से ज्यादा विद्यार्थियों के रिजल्ट अटक गए है। रोल नंबर और नाम गलत लिखने के चलते यह स्थिति बनी है। रोजाना सैंकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है। रिजल्ट रुके होने की वजह से अधिकारियों ने मूल्यांकन केंद्र से जानकारी मांगी है। यहां तक प्रत्येक कोर्स में रुके रिजल्ट का डाटा मांगा है।
सितंबर से दिसंबर के बीच यूजी-पीजी सहित विधि और प्रबंधन पाठ्यक्रम की ओपन बुक पद्धति से परीक्षा हुई। इनके रिजल्ट भी विश्वविद्यालय ने समय-समय पर घोषित कर दिए। सूत्रों के मुताबिक ओपन बुक परीक्षा की कापियों में छात्र-छात्राओंं ने नाम-सरनेम, विषय और रोल नंबर गलत लिखा है। यहां तक कुछ उत्तर पुस्तिका में एडमिट कार्ड भी नहीं लगाया है। इसके चलते विश्वविद्यालय ने हजारों विद्यार्थियों के परिणाम घोषित नहीं किए है। आवेदन आने के बाद मूल्यांकन केंद्र रिजल्ट बनाकर देने में लगा है। अभी डेढ़ से दो हजार विद्यार्थी रिजल्ट अटकने से परेशान हो रहे हैं।
छात्र संगठनों ने भी रुके रिजल्ट को लेकर शिकायत की है। इसके बाद कुलपति डा. रेणु जैन ने मूल्यांकन केंद्र से परीक्षा परिणामों की जानकारी मांगी है। रविवार को केंद्र प्रभारी डा. राजेंद्र सिंह ने ओएसडी की बैठक भी बुलाई थी। जहां ओएसडी ने कहा कि हर सप्ताह अटके और जारी रिजल्ट की जानकारी संबंधित विभाग को भेज रहे है। हालांकि बीए, बीकाम, बीएससी, एमए, एमकाम, एमएससी, एमबीए, बीबीए, बीसीए और ला कोर्स की अलग-अलग सूची बनाई जाएगी। साथ ही रिजल्ट भी जारी किए जाएंगे।
इंदौर
रोल नंबर-नाम गलत लिखने से रुके डीएवीवी इंदौर के रिजल्ट, दो हजार छात्र-छात्राएं परेशान
- 18 Jan 2022