लखनऊ। लखनऊ में रहमान खेड़ा के जंगल और आसपास के करीब 15 किमी. के दायरे में बाघ की हलचल एक दर्जन गांवों के लोग दहशत में हैं। बाघ के खौफ ग्रामीणों के व्यापार, किसानी और बच्चों की पढ़ाई पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। दिन ढलते ही सड़को पर सन्नाटा पसर जाता है। गांव की गलियां सूनी पड़ जाती है और बच्चे घरों में दुबक जाते हैं। हालात ऐसे हैं कि किसान खेतों में उगाई गयी सब्जियों को बेचने मंडी नहीं जा पा रहे है। रखवाली के अभाव में फसलें खराब हो रही है या आवारा जानवर फसल चर जा रहे है। स्कूलों में बच्चो की संख्या लगातार कम हो रही है। किसान, छात्र और बुजुर्गों की दिनचर्या बदल गई है।
बाघ की दहशत से सबसे ज्यादा प्रभावित मीठे नगर और बुधड़िया गांव हैं। इन गांवों में बाघ ने जानवरों का शिकार किया है। दोबारा भी शिकार की तलाश में आने के प्रमाण मिले हैं। यहां सबसे ज्यादा किसान प्रभावित है, जिसकी वजह से फसलों की देख रेख में परेशानी हो रही है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
लखनऊ
लखनऊ में आबादी के बीच घूम रहा बाघ, बच्चे, दहशत में एक दर्जन गांवों के लोग
- 31 Dec 2024