इंदौर। शहर का तापमान जैसे-जैसे बढ़ रहा है, वैसे शीतलता के लिए उपकरणों के भरपूर उपयोग भी हो रहा है। दस दिनों में शहर में बिजली की खपत में 11 लाख यूनिट का इजाफा हुआ है, अब खपत एक ही दिन में एक करोड़ 10 लाख यूनिट तक हो गई है।
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि राज्य के शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिजली मांग इंदौर से है, यह मांग वर्तमान में पांच सौ 25 मेगावाट है। मांग के मुताबिक ही आपूर्ति हो रही है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि 29 मार्च को आपूर्ति 99 लाख यूनिट थी, जो अब बढ़कर एक करोड़ 10 लाख यूनिट तक हो गई है। इस तरह दस दिनों में 11 लाख यूनिट की आपूर्ति दैनिक बढ़ी है। शहर में बिजली की ताजा मांग पांच सौ 25 मेगावाट रही, तोमर ने बताया कि मांग में सतत ही बढ़ोत्तरी हो रही है। यह अप्रैल अंत तक लगभग 600 मेगावाट होने की प्रबल संभावना है।
प्रबंध निदेशक ने बताया इंदौर के साथ ही कंपनी क्षेत्र के बड़े शहरों उज्जैन, देवास, रतलाम में बिजली की मांग में पहले से बीस से तीस मेगावाट का अंतर आया है। इसी के मद्देनजर उज्जैन शहर में दैनिक आपूर्ति 21 लाख यूनिट, रतलाम शहर में साढ़े सात लाख यूनिट और देवास में साढ़े छह लाख यूनिट की आपूर्ति हो रही है।
शिविरों में बिल माफी के प्रमाण-पत्र वितरित
मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना 2022 के युद्ध स्तर पर क्रियान्वयन के लिए पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के हजारों कर्मचारियों व लगभग 500 अधिकारियों ने मोर्चा संभाला है। जोन, वितरण केंद्र स्तर पर शिविरों के माध्यम से प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। इन शिविरों में 500 से लेकर एक लाख रुपये तक के बकाया राशि के राहत प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। कोविड काल में अगस्त 2020 तक के एक किलो वाट के घरेलू उपभोक्ताओं की बकाया राशि पर राहत दी गई है। इसी राहत राशि के प्रमाण-पत्रों का वितरण किया जा रहा है। तोमर ने बताया कि शिविरों के माध्यम से प्रमाण-पत्र वितरित करने का कार्य सभी 15 जिलों में एक साथ प्रारंभ किया गया।
इंदौर
लगातार बढ़ रही बिजली की मांग, दस दिन में 11 लाख यूनिट तक पहुंची खपत
- 11 Apr 2022