टेलीग्राम ठगी, इंजीनियर की शिकायत पर साइबर सेल ने खाते फ्रीज कर आठ लाख लौटाए।
इंदौर। इंजीनियर युवती साइबर अपराध का शिकार हो गई। लाइक्स-सब्सक्राइब के चक्कर में 10 लाख 60 हजार रुपये गंवा दिए। साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आठ लाख रुपये तो बचा लिए है। गिरोह के गुजरात-महाराष्ट्र के बैंक खातों की जांच भी की जा रही है। युवती के पिता मजदूरी करते है। उसने दोस्तों से रुपये उधार लिए थे।
एसपी (साइबर) जितेंद्रसिंह के मुताबिक पिछले वर्ष 18 नवंबर को आइटी कंपनी में नौकरी करने वाली एक युवती ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। युवती ने पुलिस को बताया कि ठग से टेलीग्राम एप के माध्यम से संपर्क हुआ था। आरोपितों ने लाइक्स-सब्सक्राइब और कमेंट्स करने पर कमीशन का झांसा दिया। युवती जाल में फंसती गई और युवती से निवेश के नाम पर ठगी शुरू कर दी। शुरुआत में उससे 80 हजार रुपये लिए गए।
चरणबद्ध तरीके से कराए पैसे जमा
लालच में युवती दोस्तों से रुपये लेकर ठग द्वारा बताए खातों में जमा करवाती गई। आरोपित ने चरणबद्ध तरीके से युवती से 10 लाख 60 हजार रुपये जमा करवा लिए। पुलिस ने तत्काल उन खातों को फ्रीज करवाया जिनमें युवती द्वारा रुपये जमा करवाए थे। पुलिस ने आठ लाख 500 रुपये युवती को लौटा दिए। जिन खातों में रुपये जमा हुए वो अहमदाबाद और नासिक के पाए गए है। पुलिस बैंक खातों की भी जांच कर रही है।
एसपी के मुताबिक युवती के पिता मजदूरी करते है। 10 लाख रुपये गंवाने से काफी दुखी थे। धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए सेल ने एडवाइजरी जारी की है। एसपी के मुताबिक टेलीग्राम टास्क के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी में ज्यादातर युवा ही शिकार हो रहे है। इसमें भी इंजीनियर की संख्या ज्यादा है। टेलीग्राम पर अनजान प्रोफाइल, चैनल, ग्रुप से नहीं जुडऩा चाहिए। क्रिप्टो करंसी में निवेश, शापिंग और जाब आफर्स के लालच में न फंसे।
इंदौर
लाइक्स-सब्सक्राइब का झांसा देकर युवती से 10.60 लाख ठगे
- 20 Jan 2024