इंदौर। करोड़ों के घोटाले में फरार आरोपितों की संपत्ति कुर्क करवाई जाएगी। को-आपरेटिव मामलों के डीजीपी शैलेष सिंह ने 22 प्रकरणों की डायरी बुलाई है। कई आरोपितों की जमानत निरस्त करवाई जाएगी। कई ऐसे हैं जो अपनी भूमिका की जांच का आवेदन देकर राहत महसूस कर रहे थे।
पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता के मुताबिक, स्पेशल डीजीपी शैलेष सिंह ने बैठक लेकर प्रकरणों की समीक्षा की है। डीजीपी ने करीब 22 मामलों में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ये वो प्रकरण हैं जो को-आपरेटिव मामलों से सीधे जुड़े हैं। करीब दो साल से लंबित इन केसों का अभी तक निकाल नहीं हुआ।
कुछ ने ले रखी है अग्रिम जमानत
सोमवार को डीजीपी ने नगरीय एवं ग्रामीण से विवेचकों को बुलाया और केस डायरी का अवलोकन किया। डीसीपी जोन-1 आदित्य मिश्रा के मुताबिक, कुछेक मामलों में आरोपितों ने अग्रिम जमानत ले ली है। कुछेक में विवेचना तक गिरफ्तारी से राहत ले रखी है। पुलिस ऐसे मामलों में कोर्ट से माध्यम से उनके विरुद्ध आवेदन प्रस्तुत करेगी। कुछ ऐसे केस है जिनके आरोपित बिहार, उप्र व अन्य राज्यों के हैं। डीजीपी ने ऐसे आरोपितों की संपत्ति कुर्की की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इंदौर
वर्षों से फरार घोटालेबाजों की संपत्ति कुर्क करवाएंगे स्पेशल डीजीपी
- 21 Feb 2024