महायज्ञ मे आहुतियां, 12 वर्षीय कृष्ण प्रिया जी व्यास पीठ से श्रीमद् भागवत ज्ञान पर संगीतमय प्रवचन
इंदौर। देवी अहिल्या की नगरी इंदौर में पश्चिम क्षेत्र वेंकटेश नगर स्थित हनुमान मंदिर परिसर में आज से पंच कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ और संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का दिव्य आयोजन शुरू हुआ इस दिव्य आयोजन की शुरूआत सुबह कलश यात्रा के साथ हुई जिसमें संत महात्माओं के सानिध्य घोड़े बैंड बाजी के साथ यात्रा निकल गई।
विश्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व राज्य मंत्री दर्जा मध्य प्रदेश सरकार पंडित योगेंद्र महंत एवं विश्व ब्राह्मण समाज के जिला अध्यक्ष पं मनोज शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह स्मृति नगर शिव मंदिर से कलश यात्रा के साथ धर्म आराधना का क्रम शुरू हुआ यात्रा में घोड़े बग्गी और बैंड बाजे आकर्षण का केंद्र रहे महामंडलेश्वर कलिकानंद महाराज महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज बाग्गी पर सवार होकर पूरे मार्ग आशीर्वाद देते हुए चल रहे थे बांगडदा रोड होते हुए वेंकटेश विहार हनुमान मंदिर कलश यात्रा पहुंची जहां पर प्रसादी का वितरण भी किया गया मंगल कलश लिए सैकड़ो की संख्या में महिलाएं नृत्य कर रही थी। तत्पश्चात पंच कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ मैं आहुतियां यज्ञाचार्य महामंडलेश्वर प्रीतम दास महाराज के सानिध्य में शुरू हुई। यह क्म 15 फरवरी तक जारी रहेगा । इस अवसर पर सपना शर्मा, सीमा तिवारी, सुमन वनासिया, भावना शिंदे, रेवा बुले, हेमलता महावर, खुशबू तिवारी आदि ने अपने समूह के साथ अलग-अलग व्यवस्थाओं का संचालन किया। पंडित योगेंद्र महंत और मनोज शर्मा ने बताया कि सुबह 8:30 से 11:00 तक श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, दोपहर में संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा का और कल 12 फरवरी से रात्रि में 9 से 11:00 बजे तक स्वर्णाकर्षण भैरव यज्ञ में आहुतियां का क्रम 15 फरवरी तक जारी रहेगा।
संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा
मनुष्य जीवन बड़े ही सौभाग्य से मिलता है इसे सद कर्मों में लगाइए सद कर्म से भवसागर से पार पहुंचाएंगे। ईश्वर को धन्यवाद जरूर दीजिए कि हमें मनुष्य अवतार मिला है। यह बातें श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर दोपहर में 12 वर्षीय कृष्ण प्रिया जी( वंशिका ) जी ने व्यक्त किए।संगीत में भागवत कथा के पहले दिन श्रीमद् भागवत का महत्तम, संनकादिक ऋषियों , ज्ञान वैराग्य और भक्ति का महत्व भी व्यास पीठ से बताया गया । कथा के दौरान व्यास पीठ से अंजनी के लाल.., यह चमक यह धमक..., वृंदावन धाम रहेगा..., हरि नाम नहीं तो यह जीवन..., आदि भजनों की प्रस्तुति से पंडाल गूंज उठा।
इंदौर
वेंकटेश नगर में आस्था का अनोखा समागम
- 12 Feb 2024