ऐसे ही एक टूटते बिखरते हुये परिवार को बचाकर, वन स्टॉप सेंटर ने अपने दायित्व को किया पूरा
इन्दौर। महिलाओं को आश्रय देकर समझदारी से काउन्स्लींग कर परिवार बचाने वाले वन स्टॉप सेंटर इन्दौर पर एक महिला अपनी दो प्यारी लड़कियों को लेकर पहुंची और बताया कि रात में पति ने जानवरों जैसी मारपीट की।
सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर महिला को तुरंत आश्रय दिया गया।महिला और बच्चियों के भोजन और दूध की व्यवस्था तुरंत केयर टेकर द्वारा की गई।
महिला आई थी तब उसका स्वास्थ्य ठीक प्रतीत नहीं हो रहा था, तब पूछने पर ज्ञात हुआ की उसे बीपी की शिकायत है, तब उसे तुरंत दवाई मंगवाकर दी गई।औरअगले दिन पति को बुलाकर कथन लिए गए।फिर महिला से प्यार से बाते कर सारी समस्या समझी गई, परामर्शदात्री अल्का फणसे द्वारा दोनों ही पति पत्नी की कई बार काउन्सलिंग द्वारा पूछताछ की गयी,फिर संयुक्त काउन्सलिंग करते हुए भी सब कुछ जाना गया ,आश्रय में आयी बड़ी बेटी से भी पुछताछ की गई इस दौरान दोनों ही पति पत्नी की कुछ कुछ बातें एवं व्यवहार अजीब सा जान पड़ा, दोनों में ज्यादातर छोटी और फालतू बातों को लेकर समस्या थी, मजाक में दोनों ही एकदूसरे के लिए अजीब शब्द उपयोग करते थे।साथ ही महिला पति पर शक करती थी जिससे पति परेशान होकर हाथ उठा देता था, जिसके लिए दोनों को समझाइश दी गई। पति भी पत्नी से सम्मान पूर्वक व्यवहार नहीं करता था।
प्रशासक डॉ. वंचना सिंह परिहार जी ने स्वयं पति को आगाह किया,की कभी पत्नी पर हाथ न उठाए अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी। साथ ही महिला को विधिक सहायता और अधिकारों की जानकारी भी दी, और सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर समझा बुझाकर तीन दिन के पश्चात पत्नी, बेटियों को लेकर पति के साथ अपने घर चली गई। इस तरह एक बार फिर वन स्टॉप सेंटर ने आश्रय मे आई महिला का घर टूटने से बचा लिया।
इंदौर
शक, मारपीट, मजाक और हंसी ठिठोली, भी बन जाते हैं परिवार बिखरने का कारण
- 11 Oct 2021