जुलाई में ही हो जाएगी अगले साल जून तक की व्यवस्था
इंदौर। इस मई-जून में इंदौर के कई इलाके पानी की किल्लत से जूझ रहे थे। हमारे तालाब सूख गए थे और उनकी तलहटी दिखाई देने लगी थी। अखबारों में ऐसी खबरों ने सुर्खियां पाना शुरू कर दी थीं कि शहर की कई कालोनियों में पानी के टैंकर दौड़ रहे हैं और पानी को लेकर स्थिति विकट होती जा रही है। किंतु अब चंद सप्ताह बाद ही स्थिति एकदम बदल गई है।
बादलों ने इंदौर पर ऐसा नेह बरसाया है कि हमारे सारे तालाबों में खूब पानी आ गया है। धरती का कंठ अब प्यासा नहीं रहा और तालाबों में पानी की फसल लहलहा उठी है। स्थिति इतनी सुखद है कि इस बार इसी जुलाई माह में तालाबों में इतना पानी भर जाएगा कि अगले वर्ष जून (2024) तक के लिए पानी की व्यवस्था हो जाएगी। आइए जानें कि किस तालाब का पेट कितना भर गया है। जोरदार बारिश के दौर में शहरवासियों के लिए राहतभरी खबर है कि इंदौर में पानी सप्लाई करने वाले सभी प्रमुख तालाबों में चैनलों से पानी पहुंचने लगा है। सभी तालाब आधे से ज्यादा भर चुके हैं।
पश्चिमी इंदौर की कालोनियों में जल वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला यशवंत सागर तो 90 प्रतिशत के लगभग भर चुका है। बीते दिनों उसके द्वार खोलकर अतिरिक्त पानी को बहाना भी पड़ा। बड़ा बिलावली तालाब भी 72 प्रतिशत के आसपास भर गया है।
सुधर गई बोरिंगों की सेहत
बारिश का सीजन समाप्त होने में अभी दो माह से ज्यादा समय बाकी है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि जुलाई में ही अगले जून तक के पानी का इंतजाम हो जाएगा। जरूरत अब इस पानी को सहेजने की है। तालाबों में पानी भरा होने से इन तालाबों के आसपास की दर्जनों कालोनियों के बोरिंग की सेहत भी सुधर गई है। उनमें पानी आ गया है। बता दें कि तालाबों में पानी भरा होने से आसपास के दो किमी क्षेत्र में असर देखने को मिलता है।
इंदौर
शहर में नहीं होगी पानी की किल्लत
- 26 Jul 2023