खंडवा। आदिपुरुष फिल्म के रिलीज के बाद से ही देशभर में बैन करने की मांग उठ रही है। फिल्म को लेकर विवाद तेज हो गया है। खंडवा पहुंचे जगदगुरू शंकराचार्य शारदा मठ द्वारका के पीठाधीश्वर स्वामी सदानंदजी सरस्वती महाराज ने लव जिहाद, धर्मांतरण, गोहत्या सहित रामायण आधारित विवादित बन चुकी आदिपुरूष फिल्म पर भी अपने विचार रखे। पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने कहा, अनैतिक लोग धनार्जन करने के लिए नैतिक संदेश प्रचार करने का प्रयास करते हैं। जहां स्वयं ही नैतिकता सिद्ध नहीं है, उनसे हमारे बालक क्या सीखेंगे। समाज, जागरूक लोगों और शासन की जिम्मेदारी है, वे ऐसे चलचित्र दिखाने की अनुमति ही क्यों देते हैं। जिनमें धर्म के संबंध में अश्लीलता परोसी जा रही है। ऐसी फिल्मों को स्वीकृति ही नहीं देना चाहिए।
लव जिहाद धर्म परिवर्तन करने का षडयंत्र
तीसरा यह कि, जब हम माता-पिता को नहीं बदल सकते है तो धर्म को कैसे बदल सकते है। ऐसे क्षेत्रों में जाना चाहिए। धर्म सास्वत है। धर्म में कोई परिवर्तन नहीं किया जाता है। हम अपना रक्त नहीं परिवर्तित कर सकते है। हमें अपनी संस्कृति और संस्कारों में परिवर्तन नहीं करना चाहिए। यह बात अभावग्रस्त लोगों को बताना चाहिए। धर्म बदलने के दौरान उनके साथ छल होता है। कानून का सहारा लेंगे तो कोर्ट में सिद्ध करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए जागरूकता ही उपाय है। आगे लव जिहाद को लेकर कहा कि, यह तो कुछ नहीं है। यह धर्म परिवर्तन करने का षडयंत्र है।
खंडवा
शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने कहा ... धर्म के संबंध में अश्लीलता परोसने वाली फिल्मों को स्वीकृति नहीं देना चाहिए
- 22 Jun 2023