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शिक्षक ने सैलरी से पैसे जोड़कर स्कूल को बनाया मॉडल, मिल रही तमाम सुविधाएं

  • 22 Dec 2021

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के मोहखेड़ ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत तंसरा के छोटे आदिवासी बाहुल्य गांव घोघरी के सरकारी स्कूल को यहां पदस्थ एक अनिल कोटेकर ने इसे माडल स्कूल बना दिया है। अपनी सेलरी से पैसे जोडकऱ शिक्षक ने यहां नवाचार करते हुए ऐसा मॉडल स्कूल तैयार किया है जो निजी स्कूलों को भी मात दे रहा है । यहां वे तमाम सुविधाएं छात्र छात्राओं को मिल रही है जो निजी स्कूल में रहती है।
छोटे से इस स्कूल में एक पुस्तकालय बनाया गया है, शारीरिक शिक्षा के तहत स्कूल में छात्रों के लिए खेल का सामान भी रखा गया है। खासकर यहां बच्चों को प्रोजेक्टर के माध्यम से अध्यापन कराया जा रहा है जिससे बच्चों की दक्षता बढ़ रही है। पहले कम बच्चे स्कूल में आते थे, लेकिन उन्हे जब स्कूल में सुविधाएं मिलने लगी तो यहां पहले से अधिक बच्चे स्कूल आने लगे। समय समय पर अब उन्हें फिजिकल एक्टीविटी भी करायी जाती हैं. स्मार्ट क्लास रूम तैयार किये गए हैं, जहां प्रोजेक्टर लगा है बच्चों के मनोरंजन और देश दुनिया की जानकारी से अवेयर रहने के लिए रेडियो लगाया गया है। यह स्कूल बच्चों के लिए मॉडल साबित हो रहा है । यहां पर अब शत प्रतिशत बच्चे स्कूल आ रहे हैं । बच्चों का कहना है कि उन्हें पढ़ाई के अलावा खेल और मनोरंजन हर कुछ उनके स्कूल में ही मिल जाता है । उन्हें स्कूल में बहुत अच्छा लगता है और अब पहले की अपेक्षा पढ़ाई में अधिक मन लग रहा है ।
2016 से सहेज रहे पैसे, तब जाकर सपना हुआ साकार
शासकीय माध्यमिक स्कूल के प्रधान पाठक अनिल कोटेकर को स्कूल की बदहाल स्थिति को सुधारने का ख्याल दिमाग में आया था। फिर सभी सह शिक्षकों से चर्चा कर 2016 से हर माह अपनी सैलरी से एक फीसदी की कटौती कर जोडऩा शुरू किया साल दर साल पैसा जुड़ता गया और वह स्कूल के कायाकल्प में लगना शुरू हो गया । घोघरी शासकीय स्कूल में प्रधान पाठक सहित 3 शिक्षक है और 41 छात्र छात्राएं यहां अध्यनरत हैं । शिक्षको के इस नवाचार से आज शासकीय स्कूल निजी स्कूल से भी बेहतर नजर आ रहा है।