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बाबा पंडित

शारदीय नवरात्रि :  जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

  • 12 Oct 2023

मां आदिशक्ति दुर्गा को समर्पित पर्व शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से प्रारंभ होने जा रहे हैं। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि मां शैलपुत्री की उपासना करने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा के आशीर्वाद से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के पहले दिन की जाती है घटस्थापना: नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घटस्थापना की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में कलश स्थापना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
प्रतिपदा तिथि कब से कब तक: प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 को रात 11 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ होगी और 16 अक्टूबर 2023 को देर रात 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त: नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 46 मिनट की है।
नवरात्रि के पहले दिन पूजन के शुभ मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त- 04:42 ए एम से 05:32 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:07 ए एम से 06:22 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:44 ए एम से 12:30 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:02 पी एम से 02:48 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:52 पी एम से 06:17 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05:52 पी एम से 07:07 पी एम
अमृत काल- 11:20 ए एम से 01:03 पी एम
मां शैलपुत्री का मंत्र: वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
नवरात्रि के पहले दिन का शुभ रंग: नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है। मां शैलपुत्री का पसंदीदा रंग लाल है।
मां शैलपुत्री भोग: मां शैलपुत्री को गाय के घी और दूध से बनी चीजों का भोग लगाना शुभ माना गया है।
मां शैलपुत्री का पसंदीदा पुष्प: मां शैलपुत्री को सफेद रंग अत्यंत प्रिय है। इसलिए इस दिन माता रानी को सफेद रंग का पुष्प अर्पित करना चाहिए।
साभार लाइव हिन्दुस्तान