निगम ने दबाव बनाया तो बैंक ने लोन मेला लगा कर किया दस्तावेजों का परीक्षण
इंदौर। सडक पर कारोबार करने वाले लोगों के 10 हजार के लोन के प्रकरण पिछले 1 साल से बैंक में लंबित पड़े हुए थे। इस मामले में जब नगर निगम के द्वारा बैंक पर दबाव बनाया गया तो बैंक ने लोन मेला लगा कर लोन चाहने वालों के दस्तावेजों का परीक्षण किया।
प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर (स्वनिधि) योजना के अंतर्गत रुपए 10 हजार लोन के पात्र हितग्राही जिनके प्रकरण बैंक में स्वीकृति हेतु भेजे गये है । ऐसे पथकर विक्रेताओ को स्वरोजगार प्राप्ति हेतु रुपए 10 हजार के लोन स्वीकृति के प्रकरणो के निराकरण हेतु निगम के शहरी गरीबी उपशमन विभाग व एचडीएफसी बैंक द्वारा निगम प्रांगण में लोन मेला आयोजित किया गया। इस मेले मे पात्र हितग्राहियों के दस्तावेज की जांच व प्रमाणीकरण का कार्य किया गया।
एमपी स्ट्रीड वेंण्डर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के लिये एक विशेष माईक्रो क्रेडिट स्कीम हेतु लोन मेला आयोजित किया गया। इस मेले में प्रधानमंत्री पथ विक्रेता के ऐसे सडक के किनारे कारोबार करने वाले लोग जिनके लोन स्वीकृति से संबंधित प्रकरण एचडीएफसी बैंक में भेजे गये थे। ऐसे प्रकरणो से संबंधित 150 से अधिक पात्र हितग्राही ने मेले में आकर अपने लोन संबंधित प्रकरणो के दस्तावेज प्रस्तुत किये गये। निगम अधिकारियो के साथ ही एचडीएफसी बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा लोन स्वीकृति के प्रकरणो की जांच उपरांत आगामी कार्यवाही हेतु भेजे गये।
ध्यान रहे कि इन सभी व्यक्तियों को लोन देने के लिए प्रक्रिया करीब 1 साल पहले शुरू की गई थी। उस समय इस बैंक के पास में यह आवेदन लोन मंजूरी के लिए भेजे गए थे। इन मामलो मे बैंक की ओर से यह कहते हुए लोन मंजूर नहीं किया गया था कि संबंधित व्यक्ति दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए बैंक की शाखा में नहीं आ रहे हैं। दूसरी तरफ संबंधित व्यक्तियों का कहना था कि बैंक में जाने पर बैंक दस्तावेज देख ही नहीं रहा है। बैंक की रूचि लोन देने में नहीं है। इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा बैंक पर दबाव बनाया गया। जिसके परिणाम स्वरूप 1 साल से लंबित पड़े इन मामलों के निपटारे के लिए कल जाकर मेले का आयोजन किया जा सका।
इंदौर
सड़क पर कारोबार करने वालों के लोन के प्रकरण 1 साल से थे बैंक में लंबित
- 17 Feb 2022