डीएवीवी ने रैगिंग रोकने के लिए जारी की गाइडलाइन, देना होगी हर महीने रिपोट
इंदौर। डेढ़ साल बाद कालेजों में आफलाइन कक्षाएं लगाई जा रही है। छात्र-छात्राएं कालेज पहुंचने लगे है। अब रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) ने गाइडलाइन जारी कर दी। जहां कालेजों को अगले दस दिन मं एंटी रैगिंग स्क्वाड बनाना है। कमेटी का गठन कर प्रबंधन को सदस्यों के नाम सार्वजनिक करना है। यहां तक कि प्रत्येक महीने कमेटी को रिपोर्ट देना होगी।
2021-22 सत्र एक अक्टूबर से शुरू हो चुका है। पचास प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति में आफलाइन कक्षाएं लगाई जा रही है। अब रैगिंग रोकने के लिए विद्यार्थियों को जागरुक करना है। ये जिम्मेदारी कालेजों को सौंपी गई है, जो सेमिनार व कार्यशाला के जरिए दे सकते है। विश्वविद्यालय ने निर्देश देते हुए कहा कि कालेजों में बनाए वाली स्क्वाड में विद्यार्थियों को शामिल किया जाए, जो छात्र-छात्राओं के बीच रहकर घटना संबंधित जानकारी जुटा सके। स्क्वाड के सदस्यों को रैगिंग से जुड़े दुष्परिणाम के बारे में छात्र-छात्राओं को बताना है। अधिकारियों के मुताबिक कालेजों में स्क्वाड और कमेटी बनाना है। इसके बारे में विश्वविद्यालय को भी जानकारी देना है। प्रत्येक कालेज में एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों के नाम नोटिस बोर्ड पर चस्पा करना है। छात्र कल्याण संघ अध्यक्ष डा. एलके त्रिपाठी ने बताया कि एंटी रैगिंग कमेटी का नए सिरे से गठन करना है। कमेटी को प्रत्येक महीने विवि को रिपोर्ट भेजना है। वैसे रिपोर्ट का प्रारूप विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी किया जा चुका है।
इंदौर
सरकारी-निजी कालेज में दस दिन में बनाना है एंटी रैगिंग स्क्वाड
- 05 Oct 2021