ग्वालियर । ग्वालियर परीक्षा फर्जीवाड़े के लिए बदनाम होता जा रहा है। फरवरी से अभी तक करीब दो माह में चार परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। यह फर्जीवाड़े पकड़े तो ग्वालियर में गए, लेकिन सरगना से साल्वर तक उप्र और बिहार के निकल रहे हैं। परीक्षाओं से जुड़ा फर्जीवाड़ा करने वाले उप्र और बिहार के गैंग का साफ्ट टारगेट ग्वालियर है, क्योंकि यहां पूरा सिस्टम ऐसे लोगों को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। पुलिस ऐसे लोगाें को पकड़ तो रही है, लेकिन इसकी जड़ तक नहीं पहुंच रही, इसलिए लगातार ऐसे फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं।
एनएचएम पर्चा लीक कांड :
सात फरवरी को ग्वालियर के टेकनपुर में कृष्णा होटल से 8 आरोपित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कराने के मामले में पकड़े। इस गैंग का सरगना उप्र के प्रयागराज का पुष्कर पांडे था, जिसने पेपर लीक से लेकर पेपर बेचने तक का षड़यंत्र रचा।
पटवारी भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा
थंब इंप्रेशन का क्लोन बनाकर साल्वर को बैठाने की तैयारी कर रहे चार लोग पकड़े गए। इसमें एक साल्वर पकड़ा गया, इसका नाम कृष्णवीर सिंह था। वह उप्र के आगरा का रहने वाला था और उप्र पुलिस में सिपाही है। कमजोर विवेचना, साक्ष्य न होने से जमानत पर छूट रहे आरोपित : लगातार परीक्षाओं से जुड़े फर्जीवाड़े पकड़े जा रहे हैं। लेकिन ग्वालियर पुलिस की कमजोर विवेचना की वजह से साक्ष्य नहीं मिल रहे। यही वजह है, अब आरोपित जमानत पर छूटते जा रहे हैं। यहां तक कि एनएचएम परीक्षा लीक कांड के मुख्य सूत्रधार भी छूट गए। पुलिस इसमें आरोपित तो पकड़ रही है, लेकिन सबसे ज्यादा जो खामी है, वह डिजिटल साक्ष्य न जुटाने की है। इसका फायदा आरोपितों को मिल रहा है।
इन मामलों के फर्जीवाड़े में यह हाल
बीएड परीक्षा फर्जीवाड़ा :
बीएड परीक्षा में ग्वालियर के साइंस कालेज और वीआरजी कालेज में परीक्षा देते तीन साल्वर पकड़े गए। तीनों साल्वर बिहार के थे, जिन्होंने 20 से 25 हजार रुपये में दूसरे के स्थान पर परीक्षा दी।
डीएलएड परीक्षा फर्जीवाड़ा:
डीएलएड परीक्षा में भी साल्वर पकड़ा गया। इसमें मुरैना से साल्वर 5 हजार रुपये में परीक्षा देने आया था। गोरखी स्कूल से यह साल्वर पकड़ा गया था। िजससे पूछताछ की गई थी।
ग्वालियर
सरगना से साल्वर तक उप्र व बिहार के, पूरा सिस्टम रोकने में नाकाम
- 08 Apr 2023