भोपाल। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव में हैरान करने वाले अजब-गजब किस्से हो रहे हैं। कहीं गड़बड़ी, कहीं हार पर गुस्सा नजर आ रहा है। सागर में तो एक प्रत्याशी अपनी मौत के 9 दिन बाद सरपंच बन गया। रीवा में एक प्रत्याशी हार गया, तो उनसे पहले जीतने पर जो सड़क बनवाई थी उसे खुदवा दी। एक प्रत्याशी तो हार पर इस कदर बौखलाया कि तलवार लेकर गांववालों को धमकाने निकल गया। पढि़ए पंचायत चुनाव के गड़बड़ी, गुस्से और हैरान करने वाले किस्से...
मुरैना में वोटिंग से पहले ही चश्मा निशान पर ठप्पा
मुरैना जिले की मुरैना जनपद पंचायत की दीखतपुरा पंचायत में पोलिंग बूथ पर बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ। यहां मतपत्रों पर पहले से ही प्रत्याशी ने सील लगा रखी थी। इसमें वहां मौजूद मतदानकर्मियों की भी मिलीभगत थी। मामले को खुलासा होते देख मतदानकर्मियों ने पूरी बात बता दी। यह बात वहां मौजूद लोगों ने वीडियो में रिकॉर्ड कर ली।
वोटर की सूझबूझ से पकड़ में आया मामला
दरअसल मुरैना जनपद के दीखतपुरा पंचायत में 1 जुलाई को वोटिंग हुई। इस चुनाव में अमित कंषाना भी बतौर प्रत्याशी खड़ा हुआ था। वह मध्यप्रदेश पिछड़ा व अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम के चेयरमैन रघुराज कंषाना का भतीजा बताया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े का खुलासा एक वोटर की वजह से हुआ। जब वो वोट डालने पहुंचा तो मतदानकर्मियों ने उसे जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य व वार्ड मेंबर के तीन मतपत्र दिए। इस पर युवक ने सरपंच का भी मतपत्र मांगा। इसके बाद उसे सरपंच प्रत्याशियों का मतपत्र भी दिया गया। जब वोटर ने जब अपने पसंदीदा सरपंच प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह पर मुहर लगाने के लिए उसका नाम खोजा तो देखा कि मतपत्र पर सबसे ऊपर मौजूद चुनाव चिन्ह चश्मा पर पहले से ही मुहर लगी हुई थी। जिसके बाद उसने इस बारे में वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को बताया और इस मामले का खुलाासा हुआ। जब इस बारे में मुरैना के कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर उन्हें विभागीय शिकायत मिलती है तो वे जरूर कार्रवाई करेंगे। जब उनसे यह कहा गया कि विभाग के ही अधिकारी-कर्मचारी ही इस मामले में लिप्त हैं तो फिर शिकायत कौन करेगा? इस पर कलेक्टर चुप्पी साध गए।
अपनी जमीन पर बनवाई सड़क, हार मिली तो ट्रैक्टर से खोद डाली
रीवा जिले के गंगेव जनपद की अहिरगांव पंचायत में बदले की भावना से राजनीति का मामला सामने आया है। यहां पहली बार सरपंच बने चन्दनमणि त्रिपाठी ने वोटर्स को लुभाने के लिए खुद की जमीन पर गांव के लिए सड़क बनवा दी। सात साल बाद 1 जुलाई को दोबारा चुनाव हुआ तो चन्दन मणि त्रिपाठी प्रधानी का चुनाव हार गए। ऐसे में 2 जुलाई की सुबह ट्रैक्टर से उन्होंने पूरे गांव की सड़क खोद डाली। घटना के बाद बस्ती के लोग मनिकवार पुलिस चौकी शिकायत लेकर पहुंचे। सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ देख पुलिस ने राजस्व अधिकारियों को अवगत कराते हुए गांव वालों से शांति की अपील की है।
सागर में मौत के 9 दिन बाद जीता सरपंच का चुनाव
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सागर जिले में एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी रविंद्र सिंह राजपूत की मतदान से 9 दिन पहले 22 जून को मौत हो गई। लेकिन मतगणना के बाद इसी मृत प्रत्याशी ने सरपंची का चुनाव जीत लिया। उसे सबसे ज्यादा 512 वोट मिले। मामला देवरी जनपद की ग्राम पंचायत कंजेरा का है। यहां 1 जुलाई को मतदान हुआ था, जिसमें कुल 1296 मतदाताओं में से 1043 मतदाताओं ने वोट डाले थे। मतगणना में मृत उम्मीदवार रविंद्र सिंह को सबसे ज्यादा 512 वोट मिले। दूसरे उम्मीदवार चंद्रभान अहिरवार को 257 और विनोद सिंह को 153 वोट मिले। इस प्रकार मृत प्रत्याशी रविंद्र सिंह ने सरपंच चुनाव में 255 वोटों से जीत दर्ज कर ली। मामला सामने आते ही प्रशासन ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर आगे की प्रक्रिया के लिए राय मांगी है।
सरपंची में हार मिली, हथियार लहराकर ग्रामीणों को धमकाया, गिरफ्तार
गढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक आरके गायकवाड़ ने बताया कि 1 जुलाई की रात गढ़वा ग्राम पंचायत से सरपंच पद के प्रत्याशी रहे रामदास जायसवाल ने बंदूक लहराकर ग्रामीणों की हत्या करने की धमकी दी। वह हार की बौखलाहट में दोनों कंधों पर बंदूक टांगकर झोले में तलवार, चाकू और खुखरी आदि लेकर गांव में निकल पड़ा। फिर जो सामने पड़ा, उसे धमकाना शुरू कर दिया। सूचना के बाद उपनिरीक्षक लखन सिंह मरकाम मौके पर पहुंचे। उन्होंने सरपंच पद के हारे हुए प्रत्याशी के झोले की तलाशी लेने पर तलवार, चाकू, बका, खुखरी और पांच जिन्दा कारतूस बरामद किए। उन्होंने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
भोपाल
सरपंच का चुनाव हारा तो खोदी सड़क, सागर में प्रत्याशी ने तलवार लेकर धमकाया
- 04 Jul 2022