पार्वती-कालीसिंध-चंबल और केन बेतवा लिंक से जुड़े तीन हजार गांवों में जल कलश यात्रा शुरू
भोपाल। केन बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना से जुड़े गांवों में जल कलश यात्रा आज से निकल रही है। कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में सीएम डॉ मोहन यात्रा ने वर्चुअली नदियों का जल मिलाकर यात्रा का शुरूआत की। इस मौके पर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, मंत्री प्रहलाद पटेल, तुलसी सिलावट, एसीएस जल संसाधन विभाग डॉ राजेश राजौरा मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पहले एमपी सरकार केन बेतवा लिंक परियोजना और पार्वती चंबल कालीसिंध नदी जोड़ो परियोजना से लाभान्वित गांवों के किसानों को साधने में जुट गई है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इन परियोजनाओं से जुड़े गांवों में जल कलश यात्रा निकालने का शुभारंभ किया। यह यात्रा 11 लोकसभा क्षेत्रों में निकाली जा रही है जहां से यह नदियां और इनके प्रोजेक्ट जुड़ेंगे। आज से 14 मार्च तक तीन दिवसीय कार्यक्रम इसके लिए तय किए गए हैं। इसमें जल कलश यात्राएं निकालने, नुक्कड़ नाटक और चित्रकला प्रतियोगिताओं के आयोजन किए जाएंगे।
राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि केन बेतवा और पार्वती कालीसिंध व चंबल नदियांं हमारे लिए जीवन दायिनी हैं। ऐसे रक्तवाहिनियां हृदय और शरीर को पुष्ट रखती हैं वैसे ही ये नदियां अलग-अलग भू-भाग में बहते हुए हमें समृद्ध और ताकतवर बनाने काम करती हैं। इन दोनों ही योजनाओं के पूरा होने से जल संकट से निजात मिलेगी। इसके चालू होने से विकास के अलग-अलग सोपान एमपी तय करेगा। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ला, मंत्री प्रहलाद पटेल, करण सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी वीडी शर्मा भी मौजूद रहे।
जल संसाधन विभाग के अंतर्गत आने वाली इन परियोजनाओं में एमपी के लोगों तीन दिनों में यह बताने का काम किया जाएगा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी और बीजेपी के मोहन सरकार के कार्यकाल में अगले पांच साल में तीन हजार गांवों के 16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई और पीने के लिए पानी मिलेगा। जल संसाधन विभाग द्वारा इसके लिए संभागीय कार्यपालन यंत्रियों को नोडल अधिकारी बनाने का आदेश जारी किया गया है और कहा गया है कि कलेक्टरों को साथ मिलकर यहां होने वाले कार्यक्रमों में जिम्मेदारी निभाएं। इस पूरे मामले में खास बात यह है कि जिन लोकसभा क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है उसमें इंदौर, उज्जैन और धार लोकसभा क्षेत्र को छोड़कर बाकी टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, गुना, मुरैना, राजगढ़, झाबुआ, देवास के लिए बीजेपी ने कैंडिडेट्स का ऐलान भी कर दिया है।
इन लोकसभा सीटों में फायदा-
इस लिंक परियोजना से खजुराहो, टीकमगढ़ और दमोह लोकसभा क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को फायदा होगा। उन्हें पेयजल और सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।
भोपाल
सीएम बोले- नदियां हमारे प्रदेश की रक्तवाहिनियों जैसी
- 12 Mar 2024