सीजन की 35%:भोपाल, जबलपुर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट;
भोपाल। सागर में भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। सागर में भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। मध्यप्रदेश में एवरेज 14.6 इंच यानी इस मानसून सीजन की 35% बारिश हो चुकी है। 21 जून को मानसून प्रदेश में एंटर हुआ था। 5 दिन से पूरा प्रदेश भीग रहा है। नर्मदा का जलस्तर 2 फीट बढ़ गया है। दूसरी नदियों और बांधों में भी लगातार पानी का लेवल बढ़ रहा है। गुरुवार को भोपाल, जबलपुर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।
सागर, टीकमगढ़, बीना में बाढ़ के हालात बन गए हैं। बुधवार को सागर में पगरा डैम के 11 में से 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। बीना के बिल्धव में लोगों को घरों की छतों से रेस्क्यू करना पड़ा। दतिया के सनकुआ धाम में युवक सिंध नदी में बह गया। निवाड़ी जिले में बुधवार शाम को जामनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। यहां बने टापू पर 4 युवक फंस गए। पानी का बहाव ज्यादा होने से बचाने गए गोताखोर भी फंस गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, मानसून ट्रफ ऊपर चली गई है। लो प्रेशर एरिया साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में एक्टिव है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ गुजरात में है। यह मानसून ट्रफ के साथ मर्ज हो गया है। इन वजहों से प्रदेश में बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी हो सकती है। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।
टीकमगढ़ में गिरा 3.5 इंच पानी
बुधवार को प्रदेश के 24 जिलों में बारिश हुई। टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा 3.5 इंच पानी गिरा। रीवा में 2.4 इंच और उमरिया में डेढ़ इंच बारिश हुई। वहीं, गुना, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मलाजखंड में आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, बैतूल, धार, ग्वालियर, नर्मदापुरम, सतना, सिवनी, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रतलाम, उज्जैन, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा में भी बारिश हुई।
पहली बार औसत के बराबर बारिश
सीजन में पहली बार प्रदेश में बारिश का आंकड़ा औसत बारिश के बराबर आया है। प्रदेश में 14.6 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक इतनी ही बारिश होनी चाहिए थी। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 4% ज्यादा पानी गिर चुका है जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 5% कम बारिश हुई है।
भोपाल
सागर-टीकमगढ़ में बाढ़, 1 महीने में 14.6 इंच बारिश
- 25 Jul 2024