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इंदौर

स्ट्रीट लाईटें बंद होने से सड़कों पर मंडरा रहा खतरा

  • 21 Jul 2021

प्रेस कॉम्प्लेक्स के आसपास भी रात के समय अंधेरा
इंदौर।शहर में बंद स्ट्रीट लाइटों की शिकायतें बढ़ गई हैं। आमतौर पर 100-150 शिकायतें रोज दर्ज होती हैं, लेकिन सोमवार सुबह तक यह आंकड़ा 276 तक जा पहुंचा। हालत यह है कि शहर की कालोनियां-बस्तियां के साथ कुछ प्रमुख सड़कों की लाइट भी बंद है, जिससे वहां रात में अंधेरा होने लगा है। कहीं पैनल बंद होने से कई खंभों की लाइट बंद हैं, तो कहीं अलग-अलग पोल की एक या दो लाइट बंद हैं। हालाकि सिर्फ शहर की सड़कें ही नहीं बल्कि प्रेस कॉम्प्लेक्स में भी स्ट्रीट लाइट कई समय से बंद हैं लेकिन इस दिशा में किसी का ध्यान नहीं है।
बीआरटीएस कारिडोर, एमआर-9, रसोमा लेब से भमोरी जंक्शन होते हुए सयाजी तिराहा, पलासिया से पत्रकार कालोनी चौराहा होते हुए तिलक नगर तक सड़क और भमोरी से एमआर-9 को जोडऩे वाली लिंक रोड और एमजी रोड समेत कई प्रमुख सड़कों की लाइट बंद हैं। बारिश में अंधेरे से लोगों को तो परेशानी होती ही है, राहगीरों की सुरक्षा पर भी खतरा बढ़ जाता है। बारिश में कई जगह जलजमाव होता है या गड्ढे उभर आते हैं। अंधेरे के कारण गफलत में कई जगह दुर्घटना की स्थिति बनती है। निगम अफसरों का तर्क है कि बारिश में कार्बन जमने और अन्य तरह के फाल्ट के कारण लाइट ज्यादा संख्या में बंद होती हैं।
अंधेरे में सांप बिच्छू का डर भी
प्रेस कॉम्प्लेक्स के आसपास जहां पर कई मीडिया संस्थानों के कार्यालय है वहां भी नगर निगम के अधिकारी लापरवाही बरतते है। आसपास अंधेरा रहने से ना सिर्फ दुर्घटनाएं बल्कि सांप, बिच्छु जैसे खतरनाक जीवों का खतरा भी मंडराता रहता है। ये कभी भी सड़कों पर स्वतंत्र रुप से घूमते दिख जाते हैं इसलिए अंधेरे में इनके काटने का डर हमेशा बना रहता है। हालाकि निगम स्ट्रीट लाइट विभाग के कार्यपालन यंत्री राकेश अखंड ने बताया कि शहर में 1.33 लाख स्ट्रीट लाइट हैं। बारिश में इनके बंद होने की शिकायतें बढ़ जाती हैं। अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने मंगलवार को इस संबंध में समीक्षा बैठक कर सभी इंजीनियरों को अपने क्षेत्रों की बंद लाइट चालू करने के निर्देश दिए हैं।