इंदौर। अगस्त ओर सितंबर माह में अधिकारियों को शहर के सभी 19 जोनों में संपत्तिकर और कचरा वसूली के लिए टारगेट दिया था, जिसमें नगर निगम के एआरओ इस माह पिछड़ते नजर आ रहे है। निगम अधिकारियों द्वारा टारगेट पूरा नहीं कर पाने के चलते अब उनके लिए सजा देने की बात कही गई है। अधिकतर एआरओ जोन पर ड्यूटी भी समय पर नहीं कर रहे। पूरा काम बिल कलेक्टरों के सुपुर्द कर दिया है।
नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कोराना के बाद से बकाया संपत्तिकर और कचरा वसूली पर जोर देने के लिए कहा था। इसमें अपर आयुक्त भव्या मित्तल को प्रभार सौंपा गया था। उन्होंने एआरओ और बिल कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि हर माह एक टारगेट के मुताबिक उन्हें वसूली करना है। लेकिन नगर निगम के सहायक राजस्व अधिकारी इसमें पिछड़ते नजर आ रहे है। अगस्त माह में जो वसूली 52 करोड़ रुपए आंकी गई थी। उसमें निगम कर्मचारियों ने रिकार्ड तोड़ा था। इस माह में करीब 53 करोड़ रुपए टीम लेकर आ गई थी। लेकिन सितंबर माह में यह काफी पिछड़ा हुआ है। जबकि एक दिन बाद माह खत्म हो रहा है।
25 सिंतबर तक आया इतना टेक्स
सितंबर माह में संपत्ति संबधी टेक्स 14 प्रतिशत ही आ पाया है, जिसमें कचरा शुल्क पूरे शहर में 25 प्रतिशत ही रहा है। जबकि संपत्ति में 51 करोड़ के लगभग व कचरा शुल्क में 9 करोड़ के लगभग वसूली की जाना थी। जो टारगेट का आधा भी नही है। नगर निगम के 19 जोन में से 12 नंबर जोन में संपत्तिकर की वसूली करीब 19 प्रतिशत ही हो पाई है। जबकि कचरे को लेकर वसूली 20 फीसदी ही हो पाई है। जोन क्रमांक 5 में 22 प्रतिशत, जोन 9 में 20 प्रतिशत,जोन क्रमांक 8 में 52 प्रतिशत संपत्तिकर जबकि 17 फीसदी कचरा शुल्क से मिला है। जोन 2 में संपत्तिकर में 30 ओर कचरा शुल्क में 15 प्रतिशत के लगभग ही वसूली हुई है। इन सब में जोन नंबर 7 सबसे अच्छा रहा है। जिसमें 115 प्रतिशत कर इन जोन में वसूला गया है।
इंदौर
संपत्ति कर, कचरा वसूली में पिछड़ा निगम, संपत्ति का 14 और कचरा शुल्क 25 फीसदी ही हो पाया जमा
- 01 Oct 2021